Modi Cabinet List: नरेंद्र मोदी तीसरी बार बने पीएम, सरकार में कुल 72 मंत्री, देखें पूरी लिस्ट
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. उनके साथ-साथ 71 और सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली है. इसमें से 30 ने कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार और 36 ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. पिछले दो कार्यकालों में पूर्ण बहुमत की सरकार का नेतृत्व करने वाले मोदी इस बार गठबंधन सरकार की अगुवाई कर रहे हैं. मंत्रिमंडल में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगियों को भी शामिल किया गया है. साथ ही पूर्ववर्ती सरकार में शामिल रहे सीनियर नेताओं के अनुभवों पर भरोसा जताया गया है.
सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा व नीली जैकेट पहने 73 वर्षीय मोदी ने ईश्वर के नाम पर शपथ ली. जवाहरलाल नेहरू के बाद मोदी लगातार तीसरी बार पीएम बनने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं. शपथ ग्रहण में अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सी आर पाटिल नए कैबिनेट मंत्रियों में शामिल हैं, जो लोकसभा चुनाव बड़े अंतर से जीतने वाले शीर्ष 10 नेताओं में शामिल रहे हैं. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पांच साल बाद कैबिनेट में लौटे हैं, जबकि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मोदी कैबिनेट में नए चेहरे हैं.
मोदी कैबिनेट में शामिल चेहरे-
1- राजनाथ सिंह, BJP, UP
2- अमित शाह, BJP, गुजरात
3- नितिन गडकरी, BJP, महाराष्ट्र
4- जेपी नड्डा, BJP, हिमाचल प्रदेश
5- निर्मला सीतारमण, BJP, कर्नाटक
6- एस जयशंकर, BJP, गुजरात
7- शिवराज सिंह चौहान, BJP, मध्य प्रदेश
8- पीयूष गोयल, BJP, महाराष्ट्र
9- धर्मेंद्र प्रधान, BJP, ओडिशा
10- एचडी कुमारस्वामी, JDS, कर्नाटक
11- मनोहर लाल खट्टर, BJP, हरियाणा
12- जीतन राम मांझी, HAM, बिहार
13- ललन सिंह, JDU, बिहार
14- सर्बानंद सोनेवाल, BJP, असम
15- डॉ वीरेंद्र कुमार, BJP, असम
16- राममोहन नायडू, TDP, आंध्र प्रदेश
17- प्रह्लाद जोशी, BJP, कर्नाटक
18- जुएल उरांव, BJP, ओडिशा
19- गिरिराज सिंह, BJP, बिहार
20- अश्विनी वैष्णव, BJP ओडिशा
21- ज्योतिरादित्य सिंधिया, BJP, मध्य प्रदेश
22- भूपेंद्र यादव, BJP, राजस्थान
23- गजेंद्र सिंह शेखावत, BJP, राजस्थान
24- अन्नपूर्णा देवी, BJP, झारखंड
25- किरेन रिजिजू, BJP, अरुणाचल प्रदेश
26- हरदीप सिंह पुरी, BJP, यूपी
27- डॉ. मनसुख मांडविया,, BJP, गुजरात
28- जी किशन रेड्डी, BJP, तेलंगाना
29- चिराग पासवान, एलजेपी आरवी, बिहार
30- सीआर पाटिल, BJP, गुजरात
31- राव इंद्रजीत सिंह, BJP, हरियाणा
32- जितेंद्र सिंह, BJP, जम्मू
33- अर्जुन राम मेघवाल,BJP, राजस्थान
34- प्रतापराव जाधव, शिवसेना, महाराष्ट्र
35- जयंत चौधरी, RLD, यूपी
36- जितिन प्रसाद, BJP, यूपी
37- श्रीपद यशो नाइक, BJP, गोवा
38- पंकज चौधरी, BJP, यूपी
39- नित्यानंद राय, BJP, बिहार
40- अनुप्रिया पटेल, BJP, उत्तर प्रदेश
41- वी सोमन्ना, BJP, कर्नाटक
41- डॉ चंद्रशेखर पेम्मासानी, TDP, आंध्र प्रदेश
43- एसपी सिंह बघेल, BJP, उत्तर प्रदेश
44- शोभा करांदलाजे, BJP, कर्नाटक
45- कीर्तिवर्धन सिंह, BJP, उत्तर प्रदेश
46- बनवारी लाल वर्मा, BJP, उत्तर प्रदेश
47- शांतनु ठाकुर, BJP, पश्चिम बंगाल
48- सुरेश गोपी, BJP, केरल
49- एल मुरुगन, BJP, तमिलनाडु
50- अजय टम्टा, BJP,उत्तराखंड
51- बंडी संजय कुमार, BJP, तेलंगाना
52- कमलेश पासवान, BJP, उत्तर प्रदेश
53- भागीरथ चौधरी, BJP, राजस्थान
54- सतीश चंद्र दुबे, BJP, बिहार
55- संजय सेठ, BJP, झारखंड
56- रवनीत सिंह बिट्टू, BJP, पंजाब
57- दुर्गा दास (डी डी) उइके, BJP, मध्य प्रदेश
58- रक्षा निखिल खडसे, BJP, महाराष्ट्र
59- सुकांता मजूमदार, BJP, पश्चिम बंगाल
60- सावित्री ठाकुर, BJP, मध्य प्रदेश
61- तोखन साहू, BJP, छत्तीसगढ़
62- राजभूषण चौधरी, BJP बिहार
63- भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा, BJP, आंध्र प्रदेश
64- हर्ष मल्होत्रा, BJP, दिल्ली
65- नीमूबेन बंभानिया, BJP, गुजरात
66- मुरलीधर मोहोल, BJP, महाराष्ट्र
67- जॉर्ज कुरियन, BJP, केरल
68- पबित्रा मार्गेरिटा, BJP, असम
69- कृष्णपाल गुर्जर, BJP, हरियाणा
70- रामदास अठावले, आरपीआई (ए), महाराष्ट्र
71- रामनाथ ठाकुर, JDU, बिहार
मोदी ने 2002, 2007 और 2012 में गुजरात में पार्टी का नेतृत्व किया और सत्ता में पहुंचाया. इसके बाद 2014 और 2019 में केंद्र में अपनी पार्टी को जीत दिलाने और सत्ता तक पहुंचाने में सबसे अहम भूमिका निभाई. हालांकि इस बार बीजेपी की जीत सबसे अलग है क्योंकि वह अपने दम पर बहुमत लाने में विफल रही.
मोदी के सामने पहली बार मजबूत विपक्ष
साल 2014 में पहली बार पदभार संभालने के बाद मोदी को पहली बार अब एक मजबूत विपक्ष का सामना करना पड़ा है. आलोचकों ने कई राज्यों में बीजेपी को हुए चुनावी नुकसान पर सवाल भी उठाए हैं. खासकर, उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खराब प्रदर्शन की सबसे ज्यादा चर्चा है. लोकसभा में सबसे अधिक अस्सी सांसदों को भेजने वाले इस राज्य में सपा-कांग्रेस के गठबंधन ने बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को पीछे छोड़ दिया.