Navratri Vrat Ka Fayda: 9 दिन के व्रत से कैसे होता है शरीर का डिटॉक्स और इम्यूनिटी बूस्ट
शारदीय नवरात्रि साल के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इस पर्व की शुरुआत कल यानी 3 अक्टूबर से हो रही है. मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना में भक्त व्रत और विशेष पूजा पाठ करते हैं. नवरात्रि के दौरान भक्तगण माता को अलग-अलग तरह के भोग भी लगाते हैं. मां दुर्गा के 9 स्वरूप ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की हर दिन पूजा की जाती है. पहले नवरात्रि पर मां शैलपुत्री की पूजा का प्रावधान है. वैसे इस दौरान कुछ लोग पूरे 9 दिन व्रत रखते हैं. व्रत रखने से धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं पर क्या आप जानते हैं कि इससे हमारे शरीर को भी कई फायदे मिलते हैं.
अब सवाल है कि अगर हम 9 दिनों तक लगातार भूखे रहते हैं तो हमारे शरीर में इसकी वजह से क्या बदलाव आते हैं. कहीं इससे वजन तो नहीं घट जाता है या फिर कमजोरी तो नहीं आ जाती है. वैसे लोग इसे पॉजिटिव भी मानते हैं. कुछ का मानना है कि ऐसा करके हम अपने शरीर को डिटॉक्स कर पाते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि 9 दिनों तक व्रत रखने से शरीर में क्या होता है.
नवरात्रि का पर्व । Navratri 2024
शारदीय नवरात्रि दिवाली से कुछ दिन पहले आते हैं जिसमें लोग 9 दिनों तक व्रत रखकर मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना करते हैं. भारत में इस बार ये 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं. इस बार दशहरा 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा. चलिए आपको बताते हैं कि व्रत रखने से शरीर में क्या होता है.
हफ्ते भर व्रत रखने से शरीर में क्या होता है? । Fasting Health Benefits
व्रत के दौरान हम कुछ समय के लिए भूखे और प्यासे रहते हैं. भले ही ये धार्मिक भावना के साथ रखा जाता है पर इससे शरीर को कई फायदे मिलते हैं. मॉर्डन वर्ल्ड में अब लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग तक रखकर खुद को फिट रखने की कोशिश करते हैं जिसमें 16 से 18 घंटे तक भूखा रहना पड़ता है. ऐसे में 9 दिनों तक लगातार भूखा रहना भी फायदेमंद साबित हो सकता है. एनसीबीआई के मुताबिक फास्टिंग से वेट लॉस में मदद मिलती है. साथ ही हम टाइप 2 डायबिटीज के खतरे से भी कुछ हद तक खुद को बचा पाते हैं.
बॉडी का डिटॉक्स होना
जयपुर की क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट मेधावी गौतम बताती हैं कि जब आप व्रत रखते हैं तो इससे हमारा शरीर डिटॉक्स हो पाता है. दरअसल, आजकल लोग हाई कैलोरी, ऑयली और जंक फूड के आदी है. वे ऐसा खानपान लेते हैं जिसे पेट में भारीपन या एसिडिटी रहती है. इस बीच आप व्रत रखते हैं तो इससे शरीर को एक ब्रेक मिल पाता है. ऐसा करके हमारा शरीर यानी बॉडी डिटॉक्स हो पाती है. वहीं न्यूट्रिशनिस्ट नयामी अग्रवाल का कहना है कि 9 दिन व्रत रखने और सात्विक भोजन खाने से डिटॉक्सीफिकेशन होता है जिसका फायदा पेट और स्किन दोनों को मिलता है.
इम्यूनिटी होती है बूस्ट
एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप व्रत रखते हैं तो इससे इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है. दरअसल, ऐसा करने से प्रतिरोधक कोशिकाएं बनती हैं. सीजन के दौरान इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है. पर अगर आप फास्टिंग करते हैं तो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर आप वायरल, बुखार या खांसी-जुकाम से बच सकते हैं.
वेट लॉस में हेल्प
नयामी अग्रवाल का कहना है कि व्रत के दौरान हम कम तेल का खाना खाते हैं और मीठा भी कम लेते हैं. ऐसे में हमें लाइट फील होने लगता है. इस दौरान रोज के मुकाबले ज्यादा फल खाते हैं जिसका फायदा वेट लॉस में भी मिल सकता है. फलाहार व्रत करने से बॉडी का हाइड्रेशन लेवल भी बढ़ता है.
नींद में सुधार आना
कहते हैं कि लोग व्रत रखते हैं उन्हें बेहतर नींद आने में भी मदद मिलती है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे न सिर्फ शरीर डिटॉक्स होता है बल्कि दिमाग को भी फायदा पहुंचता है. तला-चिकना न खाने या इससे दूरी भी दिमाग में पॉजिटिविटी लाती है. दिमाग के दुरुस्त होने या स्ट्रेस कम होने से बेहतर नींद आती है.