पटना जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 100 के पार, इन इलाकों में अधिक संक्रमण
बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक बार फिर बढ़ रही है. इसको लेकर तब दहशत फैसल गई जब पटना में मंगलवार को एक साथ ही कोरोना के 51 मरीज सामने आ गए. इसके बाद बुधवार को भी 20 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए.
इसके साथ ही एक सप्ताह में जिले में संक्रमितों की संख्या 100 के पार हो गई. बता दें कि सप्ताह भर से किसी दिन 15 तो किसी दिन 9 मरीज मिल रहे थे. गोपालगंज और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों से भी कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या अचानक क्यों बढ़ने लगी है?
सिविल सर्जन ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक मरीज पालीगंज, दुल्हिनबाजार और दनियावां में मिले हैं. इनके अलावा अथमलगोला, मोकामा, फतुहा, बाढ़, घोसवरी, दरियापुर, दौलतपुर, लहरियाटोला, संबलपुर में भी कोरोना संक्रमण के मरीज मिले हैं. बताया जा रहा है कि मौसम चेंज होने के कारण कई लोग एलर्जी के शिकार हो रहे हैं इस वजह से कोरोना मरीजों की रफ्तार बढ़ी है.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार कोरोना में खास बात तो यह है कि इस बार शहर नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में सबसे अधिक मरीज मिल रहे हैं. बीते पांच दिन के भीतर कुल पॉजिटिव मरीजों में 75 प्रतिशत मरीज ग्रामीण इलाके हैं, शेष मरीज शहर के घनी आबादी वाले पटना सिटी क्षेत्र के हैं. इसको लेकर सिविल सर्जन डॉक्टर श्रवण कुमार ने बताया कि लोग कोरोना बूस्टर डोज नहीं ले रहे इसलिए बुजुर्ग मरीजों पर इसका असर जल्दी हो जा रहा है.
सिविल सर्जन ने बताया कि टीके की 4980 डोज गर्दनीबाग अस्पताल में उपलब्ध है. अपील भी की जा रही है पर लोग नहीं आ रहे. बदलता मौसम भी केस बढ़ने का बड़ा कारण है. वहीं, पीएमसीएच के वरीय पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. बीके चौधरी के के अनुसार, कोरोना मरीजों के बढ़ते ट्रेंड के मद्देनजर सावधानी बरतने की जरूरत है. वैसे इसका इंफेक्शन माइल्ड है और अधिकांश मरीज घर में ही ठीक हो रहे हैं. बावजूद इसके सावधानी बरते की जरूरत है.