Ola के फाउंडर भाविश अग्रवाल की AI स्टार्टअप ‘कृत्रिम’ बनी यूनिकॉर्न, कंपनी ने जुटाए 5 करोड़ डॉलर

ओला (Ola) के फाउंडर और चेयरमैन भाविश अग्रवाल की एआई स्टार्टअप कंपनी कृत्रिम (Krutrim) कृत्रिम शुक्रवार को देश की सबसे तेज यूनिकॉर्न और देश की पहली एआई यूनिकॉर्न बन गई, जब उसने अपने पहले दौर की फंडिंग पूरी कर ली. मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया और अन्य निवेशकों के नेतृत्व में फंडिंग राउंड में 1 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर इक्विटी में 5 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ. बता दें कि यूनिकॉर्न का मतलब ऐसे स्टार्टअप से है जिसका वैल्यूएशन कम से कम एक अरब डॉलर हो.

एक बयान में कहा गया है कि जुटाई गई धनराशि एआई लैंडस्केप में क्रांति लाने, इनोवेशन को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर अपनी पहुंच का विस्तार करने के कंपनी के मिशन को तेज करने में सहायक होगी. अग्रवाल ने शुक्रवार को अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया, ‘हमें यह ऐलान करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमने पहले राउंड की फंडिंग को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. इससे न सिर्फ कृत्रिम के इनोवेटिव सॉल्यूशंस की संभावना को बल मिलेगा, बल्कि यह इस बात का भी सबूत है कि सार्थक बदलाव लाने की हमारी क्षमता पर निवेशकों को भरोसा है.’

कृत्रिम को दिसंबर 2023 में बेस एलएलएम के तौर पर पेश किया गया

कृत्रिम का मतलब अंग्रेजी में ‘आर्टिफिशियल’ होता है. इस स्टार्टअप को दिसंबर में बेस लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) के तौर पर पेश किया गया था. अग्रवाल ने 2010 में ओला कैब्स की शुरुआत की थी. भारत में इंटरनेट की पहुंच कम थी, लेकिन उन्होंने पहले ही भविष्य का अनुमान लगा लिया था. उन्होंने 2017 में ओला इलेक्ट्रिक नाम से एक और कंपनी लॉन्च की, जो इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाती है.

मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया के फाउंडर और एमडी अवनीश बजाज ने कहा कि उन्हें भाविश और कृत्रिम के साथ अपनी पार्टनरशिप को गहरा करने का सौभाग्य मिला है.

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