बिहार में एक और एयरपोर्ट चालू होने जा रहा, चीन के खतरे पर भी नजर, जानिए कब से मिलेगी फ्लाइट
बिहार में एक और एयरपोर्ट जल्द ही चालू होने जा रही है. दरभंगा के बाद गोपालगंज के सबेया एयरपोर्ट चालू होने जा है. एयरपोर्ट की बाउंड्री के लिए आज सांसद सह राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने नींव रखी है. सांसद ने अपने मद से खाली पड़े एयरपोर्ट की जमीन की बाउंड्री के लिए पिलरिंग का काम करने के लिए शिलान्यास किया है. बाउंड्री की प्रक्रिया शुरू होने से हवाई अड्डे को संजीवनी मिलने की उम्मीद बढ़ गयी है. यहां से घरेलू उड़ान की तैयारी चल रही है. सब कुछ ठीक रहा, तो अगले वित्तीय वर्ष में काम शुरू हो जाएगा. यहां से बड़े शहरों के लिए विमान सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी हो रही है.
सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने बताया कि रक्षा मंत्रालय की ओर से हवाई अड्डा को चालू करने के लिए सकारात्मक पहल की जा रही है. सांसद ने कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री की ओर से आश्वासन भी दिया गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना ‘उड़ान योजना’ में इस एयरपोर्ट को शामिल किया गया है. पिलरिंग के बाद बाउंड्री होगी, इसके बाद विमान कंपनियां एयरपोर्ट के लिए बोली लगाएगी. फिलहाल यह एयरपोर्ट का जमीन रक्षा मंत्रालय दानापुर के अधीन है.
रक्षा मंत्रालय का है हवाई अड्डा
अंग्रेजों ने 1868 में सबेया में 517 एकड़ जमीन पर इस हवाई अड्डे को बनाया था. चीन के नजदीक होने के कारण रक्षा के दृष्टिकोण से यह हवाई अड्डा काफी संवेदनशील था. आजादी के बाद रक्षा मंत्रालय ने इस हवाई अड्डे को ओवरटेक करने के बाद इसे विकसित करने की जगह उपेक्षित छोड़ दिया था.
विकसित करने की क्यों पड़ी जरूरत
गोपालगंज व सीवान के डेढ़ लाख से अधिक लोग विदेशों में रह रहे हैं. यहां से नजदीक गोरखपुर एयरफोर्स का यूनिट है. इनमें से खाडी़ देशों के मस्कट, ओमान, सउदी, इरान, बहरीन, दुबई जाते हैं. सीवान के बाद विदेशी मुद्रा की सर्वाधिक आवक गोपालगंज में है. यहां घरेलू उड़ान शुरू होने से कारोबार बढ़ेगी और देश में विदेशी मुद्रा लाने वाले कामगारों को सहूलियत मिलेगी साथ ही सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.