ऋषिकेश से मात्र 2 घंटे की दूरी पर है दुनिया का सबसे बेहतरीन खूबसूरत नजारा, और साथ नें ले एडवेंचर का मजा…
हरियाली और ठंडी हवा के बीच में सभी लोग अपना अच्छा समय परिवार के साथ या अकेले में बिताना पसंद करते हैं। ऐसी जीवनशैली में हर व्यक्ति प्रकृति के बीच में बैठ कर आराम से एंजॉय करना पसंद करता है। अगर आप दिल्ली के आसपास इस तरह की जगह देखने के बारे में सोचते हैं तो आपको दिल्ली के आसपास तो बहुत कम जगह मिलेगी।
उत्तराखंड की हरी-भरी वादियों में ऋषिकेश बहुत ही खूबसूरत पवित्र धार्मिक स्थान में आता है। यहां पर प्राचीन मंदिर, गंगा घाट, हरियाली का नजारा, एडवेंचर पर्यटन की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। आज हम आपको ऋषिकेश के आसपास मात्र 2 घंटे की दूरी पर कुछ ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं। जहां का नजारा श्रीनगर की तरह बहुत ही खूबसूरत और देखने लायक है। वहां पर आप एडवेंचर का भी मजा ले सकते हैं।
हरसिल घाटी
हरसिल की घाटी को भगवान श्री हरि विष्णु का स्थान कहा जाता है। कहते हैं भागीरथी और जलधारी से तेज प्रभाव को कम करने के लिए इस स्थान पर भगवान विष्णु ने पत्थर का रूप ले लिया था। जिससे यहां के जल के प्रभाव को कम किया जा सके। इसीलिए इस जगह का नाम हरीशीला रख दिया गया। लेकिन अंग्रेजों के शासन काल के समय एक अंग्रेजी अफसर ने इसका नाम बदलकर हरसिल रख दिया। उन दिनों हरसिल एक घाटी हुआ करती थी अब इस स्थान का पूरा नाम ‘हरसिल की घाटी’ हो गया है।
धराली जगह
जब कभी आप हरसिल घूमने जाते हैं तो यहां हरसिल की घाटी से 6 किलोमीटर दूर धराली नाम की यह जगह सेव के प्रसिद्ध बागानों के लिए जानी जाती है। गंगा नदी के तट पर चीड़ के पेड़ों से गिरी हुई यह धरती बहुत ही पवित्र है। मुख्य रूप से यहां का शिव मंदिर सभी दर्शनार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। लोग यहां बड़ी संख्या में भगवान के दर्शन करने आते हैं।
मुखवास गांव
देवी गंगा के घर के नाम से पहचान रखने वाला यह गांव हरसिल की घाटी से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है। सर्दियों में यहां बड़ी भारी भयंकर वर्षा होती है। इसीलिए इसको अस्थाई रूप से बंद कर दिया जाता है। उस दौरान इस गांव को यहां पर आने वाले सभी भक्तों गंगोत्री के द्वार के रूप में पूजते हैं।
डोडी ताल झील
डोडी ताल झील उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में सबसे सुंदर जगह में से एक है। हरसिल की घाटी के पास यह सबसे ऊंचे स्थान पर है। यहां पर पूरे साल में सर्दियों के महीनों में सभी पहाड़ बर्फ से ढके रहते हैं। यह सभी 1350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस स्थान से एक रहस्यमई जंगल का रास्ता भी निकलता है। जो कि 4150 मीटर की ऊंचाई पर दरबा टॉप नाम की जगह तक पहुंचता है।