पारियों सिर्फ 63 रन… इस खिलाड़ी के लिए राहुल की इंजरी बनी वरदान
भारतीय क्रिकेट टीम के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रजत पाटीदार इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में बल्ले से फ्लॉप रहे हैं. पाटीदार को चोटिल केएल राहुल की जगह टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला लेकिन लगातार 3 टेस्ट मैच खेलने के बाद भी वह प्रभावित नहीं कर सके. केएल राहुल सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच से भी बाहर हो गए हैं.
ऐसे में पाटीदार को टीम इंडिया में बने रहने का एक और मौका मिल गया है. भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पांचवां टेस्ट मैच 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा. एक ओर जहां पाटीदार फ्लॉप रहे वहीं दूसरी ओर अन्य डेब्यूटेंट सरफराज खान और ध्रुव जुरेल ने कमाल का प्रदर्शन किया.
केएल राहुल (KL Rahul) की चोट रजत पाटीदार के लिए वरदान साबित हुई है. केएल राहुल इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद चोट की वजह से बाकी के बचे मुकाबलों से बाहर हो गए. वर्तमान में राहुल लंदन में हैं. इस समय वह विशेषज्ञों से राय मशविरा कर रहे हैं. उनकी दायीं जांघ की मांसपेशी में सूजन है. उन्होंने अपनी दांयी जांघ में दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. उनकी गैरमौजूदगी में रजत पाटीदार को मौका मिला.
केएल राहुल की इंजरी पर बीसीसीआई की ओर से आया अपडेट
बीसीसीआई ने बुधवार को कहा कि केएल राहुल, जिनकी अंतिम टेस्ट में भागीदारी फिटनेस पर निर्भर थी, वह धर्मशाला में खेले जाने वाले पांचवें और आखिरी टेस्ट से बाहर हो गए हैं. बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी बारीकी से निगरानी कर रही है और उनके मुद्दे के आगे के प्रबंधन के लिए लंदन में विशेषज्ञों के साथ समन्वय कर रही है.’
दो बार हुए शून्य पर आउट
रजत पाटीदार (Rajat Patidar) का पिछले तीन टेस्ट मैचों में प्रदर्शन खराब रहा. यह मिडिल ऑर्डर बैटर पिछली 6 पारियों में एक अर्धशतक भी नहीं लगा सका. घरेलू पिचों पर वह धैर्य की परीक्षा पास करने में असफल रहे. उन्हें हर बार अपना विकेट आसानी सेगंवाते हुए देखा गया. विशाखापत्तन टेस्ट मैच के जरिए डेब्यू करने वाले रजत ने पहली पारी में 32 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में 9 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. राजकोट टेस्ट में उनके बल्ले से पहली पारी में 5 रन निकले जबकि दूसरी पारी में वह खाता तक नहीं खोल सके. रांची टेस्ट मैच में उन्होंने पहली पारी में 17 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में शून्य के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए. 6 पारियों में वह 63 रन ही जुटा सके.