Oscars: रणदीप हुड्डा की ‘स्वतंत्र्या वीर सावरकर’ को ऑस्कर्स में FFI ने भेजा? निर्माता ने किया ये दावा

रणदीप हुड्डा की फिल्म ‘स्वतंत्र्या वीर सावरकर’ ऑस्कर्स में पहुंच गई है. फिल्म के प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने ऐलान किया है कि ‘स्वतंत्र्या वीर सावरकर’ आधिकारिक तौर पर ऑस्कर्स के लिए भेजी गई है. विनायक दामोदार सावरकर की ये बायोपिक 22 मार्च 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी. मेकर्स ने इसका ऐलान इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के ज़रिए किया है.
संदीप सिंह ने मेकर्स के साथ एक कोलैब्रेशन पोस्ट में लिखा, “सम्मानित एवं विनम्र! हमारी फिल्म स्वतंत्र्या वीर सावरकर आधिकारिक तौर पर ऑस्कर्स में भेजी गई है. इस तारीफ के लिए फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया का बहुत बहुत शुक्रिया. ये सफर बेहद शानदार रहा है, जिन लोगों ने हमारा समर्थन किया, हम उनके शुक्रगुज़ार हैं.”

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संदीप सिंह ने जिस तरह से ऑस्कर्स सबमिशन की जानकारी दी है, उससे कई लोगों को लग रहा है कि स्वतंत्र्या वीर सावरकर को फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से भेजा गया है. हालांकि फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने इस बात की कोइ जानकारी नहीं दी है. सोमवार को फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ऐलान किया था कि 29 फिल्मों की लिस्ट में से उन्होंने किरण राव की फिल्म लापता लेडीज़ को भारत की ओर से ऑस्कर्स में ऑफिशियल एंट्री के तौर पर भेजने का फैसला किया है.
संदीप सिंह क्या बोले
कंफ्यूजन को खत्म करने के लिए टीवी9 हिंदी डिजिटल ने संदीप सिंह से बात की. उनसे जब सवाल किया गया कि क्या आपकी फिल्म को फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ऑस्कर्स में भेजा है तो संदीप ने हां में जवाब दिया. पर जब पूछा गया कि लापता लेडीज को आधिकारिक तौर पर भेजा गया है तो आपकी फिल्म को कैसे भेजा गया? इस पर संदीप ने जवाब नहीं दिया और कहा कि वो बाद में बात करेंगे. इस मामले पर टीवी9 को एक सूत्र ने बताया कि स्वतंत्र्या वीर सावरकर को मेकर्स ने अपनी ओर से ऑस्कर्स में भेजा है.
ज्यूरी के चेयरमैन ने क्या कहा?
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के ज्यूरी हेड जाहनु बरुआ ने लापता लेडीज़ को चुने जाने पर कहा, “ज्यूरी को किसी ऐसी फिल्म को चुनना था, जो हर तरह से भारत को रीप्रेजेंट करती हो. फिल्म को भारत के सोशल सिस्टम को रीप्रेंट करना था. भारतीयता बहुत महत्वपूर्ण है, और लापता लेडीज़ इस मामले में नंबर बना गई.” उन्होंने कहा कि ये ज़रूरी है कि सबसे बेहतर फिल्म, जो भारत को पेश कर सके, उसे ऑफिशियल एंट्री के तौर पर भेजा जाए. हो सकता है जो 29 फिल्में नॉमिनेट हुईं उनसे भी कोई और बेहतर फिल्म हो, लेकिन ज्यूरी उन्हीं में से चुन सकती है, जो उन्हें दी गई हैं.

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