बवासीर के मरीज भूलकर भी न खाएं 5 फूड्स, वरना टॉयलेट में निकल जाएंगी चीखें
भारत में करोड़ों लोग बवासीर यानी पाइल्स की परेशानी से जूझ रहे हैं. यह एक दर्दनाक बीमारी होती है, जिसमें मलद्वार की नसों में सूजन आ जाती है. इसकी वजह से मलत्याग करते समय काफी दर्द होता है और कई लोगों को ब्लीडिंग होने लगती है.
बवासीर को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
खान-पान में लापरवाही करने से बवासीर के मरीजों को टॉयलेट में असहनीय दर्द का सामना करना पड़ सकता है और उनकी कंडीशन बिगड़ सकती है. जानकारों की मानें तो बवासीर के मरीजों को लाल और हरी मिर्च खाने से बचना चाहिए. इससे उनकी समस्या बढ़ सकती है और मलत्याग करने में अत्यधिक जलन हो सकती है. कई बार इससे मलद्वार में दर्द भी ट्रिगर हो सकता है.
दिल्ली के द्वारका स्थित आकाश हॉस्पिटल की डाइटिशियन पूनम दुनेजा के मुताबिक बवासीर के मरीजों को मिर्च और ज्यादा मसालेदार चीजों को अवॉइड करना चाहिए. प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड्स, ऑयली फूड्स का सेवन करना भी पाइल्स के मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. ऐसे मरीजों को रेड मीट और नॉन वेज फूड्स को अवॉइड करना चाहिए. डेयरी प्रोडक्ट्स को भी पाइल्स के मरीजों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. बवासीर में चाय, कॉफी और एल्कोहल से दूरी बना लेनी चाहिए. ये सभी चीजें पाइल्स को ट्रिगर कर सकती हैं और लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए और हेल्दी चीजें ही खानी चाहिए.
डाइटिशियन की मानें तो बवासीर के मरीजों को फाइबर से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए. हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल, अलसी के बीज और फाइबर से भरपूर अन्य खाने-पीने की चीजों का सेवन करना चाहिए. पाइल्स के मरीजों को प्रतिदिन खूब पानी पीना चाहिए, ताकि मलत्याग करते समय परेशानी न हो. ऐसे मरीजों को प्रतिदिन हेल्दी डाइट के अलावा अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करनी चाहिए.