राम मंदिर चर्चाः देखिए जब BJP सांसद प्रताप सारंगी ने संसद में सुनाई अद्भुत रामायण
लोकसभा में शुक्रवार को राम मंदिर के ऐतिहासिक निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर चर्चा शुरू हुई। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी बजट सत्र के आखिरी दिन राम मंदिर पर नियम 193 के तहत लोकसभा में यह विशेष की शुरुआत हुई। चर्चा के दौरान ओडिशा से बालासोर से बीजेपी का सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने भी अपनी बात रखी। बीजेपी सांसद ने इस दौरान रामायण को अनोखे अंदाज में पेश किया। उन्होंने रामायण के घटनाओं की तुलना मौजूदा समय से की। बीजेपी सांसद ने पीएम मोदी की तुलना भगवान श्रीराम से की।
बीजेपी सांसद ने कहा कि रावण का आतंकी संगठन था। ताड़का, मारीज और सुबाहु थे। वो लोग हजारों की संख्या में राक्षसी सेना के साथ समाज में गुरिल्ला युद्ध करते थे। उन लोगों ने आतंकवाद मचा रखा था। वे लोग ऋषियों के हवन कुंड को तबाह कर देते थे। सामान्य जनता पर अत्याचार करते थे। सनातन मूल्यों को खत्म करने में लगे थे। इसे मौजूदा समय से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग भयंकर भ्रम पैदा करने में लगे हैं। इसमें हिंदू मुस्लिम का कोई विवाद नहीं है। इसमें उत्तर भारत दक्षिण भारत का कोई विवाद नहीं है। वे ऐसा क्यों करते हैं क्योंकि उनका धर्म पिता अंग्रेज, जिन्होंने इस देश पर शासन करने के लिए किया था। उत्तर भारत में तुम आर्य हो, दक्षिण भारत में तुम द्रविड हो।
प्रताप सांरगी ने कहा कि श्रीराम का जन्म ही रावण का वध करने के लिए हुआ था। उस समय कई बाली, सह्रसार्जुन, भगवान परशुराम, अंगद जैसे कई योद्धा थे। रावण उनके सामने कुछ नहीं था। ऐसे में भगवान राम की क्या आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में पीएम मोदी ने ना खाऊंगा, ना खाने दो की बात कही है। इसको जानकर कुछ लोगों को चकित हो गए। उनका जीवन त्राहि-त्राहि हुआ। वो कहते थे हम भी खाएंगे, कर्मियों को खिलाएंगे, जनता को लूंटेंगे। सारंगी ने कहा कि श्रीराम ने वानर, भल्ल, भील, किरात समाज के उपेक्षित वर्ग को श्रीराम ने सम्मान दिया। अहिल्या से शबरी तक का उद्धार किया। उन्होंने आचरण में आदर्श को प्रदर्शित किया।
पीएम मोदी की भगवान से तुलना
लासोर से सांसद प्रताप सांरगी ने संसद में चीन युद्ध का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अब चीन को उसी की भाषा में जवाब देते हैं। सांरग ने भगवान राम से जुड़ी पंक्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि जब राष्ट्र पर आघात आता है तो प्रभु प्रलय का शक्ति प्रदर्शित करते हैं। मान्यवर नरेंद्र मोदी भाईचारे का संदेश देने वाले भी यदि राष्ट्र की एक सीम पर भी स्पर्श करने पर प्रलय करने वाला ताकत रखते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम अयोध्या से कोई सेना लेकर नहीं गए थे। आतंकवाद का दमन करने के लिए बुलेटप्रूफ कार में नहीं गए। उन्होंने जंगल में अत्याचारी, वनवासी के मूल शक्ति को जगाया और वनवासियों की शक्ति से सहारे रावण सहित तमाम आसुरी शक्तियों को खत्म कर दिया। सारंगी ने कहा कि अयोध्या में रामचंद्र के पुत्र कुश ने मंदिर बनवाया था।