दिल की बीमारी वाले मरीज को क्या ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए? जानें इसका कारण
जल ही जीवन है यह बात तो हमने कई बार सुनी होगी. सच भी है एक इंसान बिना खाना के कुछ दिन निकाल सकता है लेकिन बिना पानी के मुश्किल है. शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए पानी बेहद जरूरी होता है.
अक्सर हेल्थ एक्सपर्ट और डॉक्टर कहते हैं कि हर रोज 3-4 लीटर पानी तो जरूर पीना चाहिए. वहीं कुछ लोग 7-8 गिलास पानी पीना को बेस्ट मानते हैं. शरीर में पानी की कमी होने से व्यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकता है. शरीर में पानी की कमी कई सारी दूसरी परेशानियों को बढ़ा सकता है. जिसके कारण पेट से जुड़ी दूसरी और गंभीर समस्या भी जन्म ले सकती है. वहीं हार्ट के मरीज को ज्यादा पानी पीने से मना किया जाता है क्योंकि ज्यादा पानी पीने से उन्हें दूसरी तकलीफ शुरू हो सकती है. अब सवाल यह उठता है कि हार्ट के मरीजों को हर दिन कितना पानी पीना चाहिए?
इस वजह से हार्ट के मरीज को ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए
दिल की बीमारी वाले मरीज को ज्यादा पानी पीने से नुकसान हो सकता है. एक सेहतमंद व्यक्ति को हर रोज 7-8 गिलास पानी पीना चाहिए.पानी की मात्रा गिलास के साइज से काफी ज्यादा अलग हो सकती है. ‘ऑनली माई हेल्थ’ में छपी खबर के मुताबिक हार्ट के मरीज अगर ज्यादा पानी पिएंगे तो उनकी परेशानियां बढ़ सकती है. हार्ट के मरीजों के शरीर में सोडियम, पोटैशियम के साथ-साथ मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने की सलाह दी जाती है. ऐसे में ज्यादा पानी पीने से इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बिगड़ सकता है. हार्ट पंपिंग में गड़बड़ी और आर्टरीज में कमजोरी हो सकती है.
दिल की बीमारी वाले मरीज अगर ज्यादा पानी पीते हैं तो उनकी दिल की धड़कन बढ़ सकती है. साथ ही हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, हार्ट फेलियर जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. ज्यादा पानी पीने से खतरा बढ़ जाता है. ऐसी स्थिति में बीमारी ठीक होने के बजाय बढ़ जाएगा.