स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश का साथ छोड़ने के बाद किया नई पार्टी का ऐलान, ‘इंडिया’ गठबंधन को देंगे समर्थन
उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अलग होकर गुरुवार को अपने नए राजनीतिक दल का ऐलान कर दिया. मौर्य की नई पार्टी का नाम ‘राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी’ (Rashtriya Shoshit Samaj Party)है. उन्होंने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए एक कार्यक्रम में अपनी नई पार्टी लॉन्च की. स्वामी प्रसाद मौर्य ने तीन दिन पहले समाजवादी पार्टी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए पार्टी सदस्यता और MLC पद से त्यागपत्र दे दिया था. उनके इस कदम को लोकसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है.
पार्टी लॉन्च करने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “हम बीजेपी को केंद्र से हटाने के लिए INDIA गठबंधन को मजबूत करेंगे. हम उनके नेताओं से बात करेंगे. बीजेपी की हार सुनिश्चित करने के लिए जरूरत पड़ने पर मैं सभी बलिदान देने के लिए तैयार हूं.”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “देश बहुत संकट से जूझ रहा है. भारत का संविधान खतरे में है. लोकतंत्र की हत्या हो रही है. एक विशेष जाति के लोगों को पदोन्नति देकर सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं.” किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए मौर्य ने कहा,”केंद्र सरकार किसानों पर लाठीचार्ज कर रही है, उनकी गलती क्या है? वे सिर्फ MSP की गारंटी मांग रहे हैं.”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “RSS या बीजेपी से किसी ने भी आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी. बीजेपी राम का नाम लेकर देश भर में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है. वे रामभक्त नहीं हैं, वे सिर्फ लोगों को वास्तविक मुद्दों से भटकाना चाहते हैं.”
स्वामी प्रसाद मौर्य विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. उन्होंने अपनी टिप्पणियों को लेकर समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं के रवैये से नाराज होकर 13 फरवरी को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था. मौर्य ने पार्टी प्रमुख को लिखे पत्र में कहा था कि उन्होंने पार्टी का जनाधार बढ़ाने का काम ‘‘अपने तौर-तरीकों” से जारी रखा और बीजेपी के ‘मकड़जाल’ में फंसे आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों के ‘स्वाभिमान’ को जगाने की कोशिश की.