‘तब्लीगी जमात को क्यों मिला सरकारी फंड?’ रेवंत रेड्डी के खिलाफ VHP ने दी आंदोलन की चेतावनी
तेलंगाना में एक नया आंदोलन शुरू हो गया है. बीजेपी नेता प्रदेश की नई सरकार पर हमलावर हैं. तब्लीगी जमात की बैठक के लिए तेलंगाना की रेवंत रेड्डी सरकार ने 2,45,93,847 रुपये मंजूर किए गए हैं. हिंदूवादी समूहों ने सरकार के फंड जारी करने पर हमला किया है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बंदी संजय ने बैठक को तत्काल रद्द करने की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी है अगर बैठक रद्द नहीं की गई तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.
बीजेपी के नेता बंदी संजय ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि यह पता लगाया जाना चाहिये कि तब्लीगी जमान को फंड देने वाले मास्टरमाइंड कौन हैं. बीजेपी के साध ही विश्व हिंदू परिषद ने भी तब्लीगी जमात को सरकार द्वारा धन दिये जाने की कड़ी निंदा की है. वीएचपी ने भी इस बैठक को रद्द करने की मांग की है.
वकीलों ने भी बैठक पर जताई आपत्ति
तब्लीगी जमात की बैठक को लेकर प्रदेश में कुछ वकीलों ने भी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात के आयोजन पर सऊदी समेत कई देशों में प्रतिबंध है. अधिवक्ता रचना रेड्डी ने सवाल उठाया कि सदन ने आखिर कैसे आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले एक संगठन को इसकी अनुमति दी गई, बल्कि अल्पसंख्यक कल्याण निधि भी आवंटित की.
बैठक का मकसद- मानव सेवा
वहीं तब्लीगी जमात के प्रतिनिधियों ने कहा कि उनके सम्मेलन का खास मकसद मानव सेवा है. उन्होंने कहा कि उन्होंने सम्मेलन की व्यवस्था के लिए अनेक स्रोतों से धन जुटाया है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि सरकार सिर्फ जलापूर्ति और अन्य सुविधाएं ही देगी. प्रतिनिधियों ने कहा कि उनकी बैठक का इरादा केवल समाज में हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई का संदेश देना है, दिखावा करना नहीं.
कब है तब्लीगी जमात की बैठक?
तब्लीगी जमात के बैनर तले 6 से 8 जनवरी तक विकाराबाद जिले में अल्पसंख्यक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. अभी से तैयारियां भी जोरों पर चल रही हैं. इस कार्यक्रम में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से करीब 3 से 5 लाख मुसलमानों के शामिल होने की उम्मीद है. विकाराबाद कलेक्टर ने इस बैठक की व्यवस्था और सुरक्षा की समीक्षा की है.