रूस में मिली अब तक की सबसे बड़ी सोने की खदान, प्रतिबंध झेल रहे पुतिन की हुई बल्ले-बल्ले
रूस ने सुदूर पूर्व में सबसे बड़ी सोने की खोज की घोषणा की है। यह खदान पूर्वी संघीय इकाई चुकोटका में में स्थित है। रूस का अंदाजा है कि इस खदान में 100 टन से अधिक सोना मौजूद है। 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद यह रूस में सोने की सबसे बड़ी खोज है। इसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए सबसे बड़ी राहत की खबर मानी जा रही है। रूस, पिछले दो साल से पश्चिमी देशों के सैकड़ों प्रतिबंधों का सामना कर रहा है, जिसमें उन देशों में मौजूद रूसी संपत्तियों की जब्ती तक शामिल है। ऐसे में रूस के लिए इस सोने की खान की खोज काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
2029 से शुरू होगा सोने का खनन
इस खोज की घोषणा रूस की सरकारी कंपनी रोसाटॉम के खनन माइनिंग डिवीजन ने किया है। उन्होंने एक बयान में बताया कि सोविनोय खदान में ड्रिलिंग का काम साल भर किया जाता था। बयान के अनुसार, “पिछले तीन वर्षों में, 32 किमी से अधिक की कुल लंबाई वाले 123 कुएं खोदे गए हैं। सभी पूर्वेक्षण, स्थलाकृतिक-भूगर्भीय, भूवैज्ञानिक-भूरासायनिक और भूभौतिकीय कार्य पूरे हो चुके हैं।” कंपनी ने कहा कि सोविनोय खदान का वार्षिक उत्पादन 2029 से तीन टन सोने से शुरू होने की उम्मीद है।
2030 तक रूस बनेगा सोने का सबसे बड़ा उत्पादक देश
सोविनोय की खदान चकची सागर के पास स्थित है। इसकी स्थापना 1970 के दशक में की गई थी। इसके बाद 1980 के दशक में इस क्षेत्र में उच्च श्रेणी की सोने की खोज करने के लिए व्यापक भूवैज्ञानिक अन्वेषण किया गया। इसी दौरान इस इलाके के सोने से भरे होने की जानकारी सामने आई थी। रूसी मीडिया ने पहले मॉस्को स्थित सेंट्रल रिसर्च एक्सप्लोरेशन इंस्टीट्यूट ऑफ नॉन-फेरस एंड प्रेशियस मेटल्स की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि रूस में सोने का उत्पादन 2030 में अपने चरम पर पहुंच सकता है।