जिस ब्रांड को भारत में कोई नहीं पूछता, उसने चीन में Apple और Oppo का हाल किया ‘बेहाल’
Apple का मार्केट एक तरफ जहां भारत में बढ़ रहा है, वहीं चीन में कंपनी के सेल में गिरावट दर्ज की जा रही है। एप्पल के साथ-साथ चीनी ब्रांड Oppo का मार्केट भी घरेलू बाजार में सिमटता जा रहा है। एप्पल और ओप्पो के साथ-साथ Xiaomi का मार्केट शेयर भी कम हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिकी बाजार से बाहर होने वाली कंपनी Huawei ने जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी पिछले कुछ साल से Harmony OS के साथ अपने फोन लॉन्च कर रही है। कंपनी का मार्केट शेयर दोगुना हो गया है।
एप्पल का क्रेज चीन में खत्म!
Counterpoint की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में एप्पल का मार्केट शेयर 3 प्रतिशत गिर गया है। 2023 में कंपनी का मार्केट शेयर 19 प्रतिशत था, जो अब घटकर महज 16 प्रतिशत रह गया है। हालांकि, एप्पल अभी भी टॉप-5 स्मार्टफोन ब्रांड्स में बना हुआ है। इसके अलावा Oppo का मार्केट शेयर भी 4 प्रतिशत कम हो गया है। पिछले साल टॉप-3 में शामिल चीनी ब्रांड अब टॉप-5 से बाहर हो गया है।
Vivo अभी भी चीन का सबसे पसंदीदा ब्रांड बना हुआ है। कंपनी का 2023 में मार्केट शेयर 19 प्रतिशत था, जो 2024 में 1 प्रतिशत कम हुआ है। इसके बावजूद कंपनी टॉप पर काबिज है। इसके बाद Huawei ने छलांग लगाते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। 2023 में कंपनी का मार्केट शेयर महज 9 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर 17 प्रतिशत हो गया है। Huawei के सब ब्रांड के तौर पर पहचान बनाने वाला ब्रांड Honor का मार्केट शेयर 16 प्रतिशत हो गया है और वह तीसरे नंबर पर काबिज है।
Oppo को भी भारी नुकसान
Honor का पिछले साल मार्केट शेयर 15 प्रतिशत था। कंपनी ने 2 प्रतिशत का ग्रोथ दर्ज किया है। एप्पल 16 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ चौथे नंबर पर है। वहीं, Xiaomi का मार्केट शेयर पहले भी 14 प्रतिशत था और अब भी कंपनी का चीन में मार्केट शेयर 14 प्रतिशत रह गया है। Oppo का मार्केट शेयर अब 13 प्रतिशत रह गया है, जो पिछले साल 17 प्रतिशत था।
Apple को चीन में Huawei से कड़ी चुनौती मिल रही है। कंपनी ने पिछले एक साल में 64 प्रतिशत का जबरदस्त ग्रोथ दर्ज किया है। एप्पल अपनी प्रोडक्शन लाइन भी चीन के बाहर सेटअप कर रहा है। एप्पल के लिए चीन के बाद भारत सबसे बड़ा बाजार बनता जा रहा है। यहां iPhone की जबरदस्त डिमांड है। खास तौर पर युवाओं में एप्पल के आईफोन काफी लोकप्रिय हैं।