35 साल से जिस गेम को कोई नहीं हरा पाया, उसे 13 साल के बच्चे ने दे दी मात
दुनिया में टैलेंटेड लोगों की कोई कमी नहीं है. आजकल तो बच्चे-बच्चे भी अपने गजब के टैलेंट से लोगों को हैरान करते नजर आते हैं. वैसे आजकल के बच्चों ने इस बात को साबित कर दिया है कि टैलेंट दिखाने के लिए कोई खास उम्र की जरुरत नहीं है. कई बच्चे तो ऐसे हैं जो अपने टैलेंट से बड़े-बड़ों को सोचने पर मजबूर कर दे रहे हैं. ऐसा ही 13 साल का एक बच्चा इन दिनों चर्चा में है. जिसने उस गेम को जीत लिया. जिसे 35 सालों से कोई नहीं जीत पाया था.
हम बात कर रहे हैं अमेरिका में रहने वाले विलिस गिब्सन के बारे में जो वीडियो गेम टेट्रिस की किल स्क्रीन तक पहुंचने वाला दुनिया का पहला शख्स बन गया है. इस गेम के बारे में ऐसा कहा जाता कि ये अंतहीन है. लेकिन विलिस गेम के 157वें लेवल तक पहुंचने वाला पहला गेमर बन गया. ये हैरानी की बात इसलिए क्योंकि गेम रिलीज होने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई प्लेयर किल स्क्रीन तक पहुंचा हो. विलिस की यह उपलब्धि विश्व स्तर पर सनसनी बन गई है.
बड़े-बड़े दिग्गज हुए हैरान
बता दें कि विलिस गिब्सन को दुनिया ब्लू स्कूटी के नाम से जानती है. 13 साल के इस बच्चे ने अपने टैलेंट विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया क्योंकि इतनी छोटी उम्र में इस गेम को आजतक किसी ने भी क्रैक नहीं किया था. क्लासिक टेट्रिस वर्ल्ड चैंपियनशिप के CEO विंस क्लेमेंटे ने रॉयटर्स से बात करते हुए कहा कि गेम बनाने वालों ने कभी सोचा नहीं था कि कोई इंसान गेम में इतनी दूर तक पहुंच पाएगा. वाकई विलिस काफी बुदि्धमान बच्चा है.
इस बच्चे ने अपनी ऊंगलियों पर गेम को ऐसा चलाया कि वो उस लेवल पर पहुंच गया, जहां पहुंचते-पहुंचते अच्छे-अच्छे हांफ गए. इस बच्चे ने 40 मिनटों का एक वीडियो यूट्यूब पर गत 2 जनवरी को अपलोड किया गया था, जिसमें विलिस को बार-बार ओह माय गॉड! 13 साल के इस बच्चे की उपलब्धि को देखकर कई लोगों का कहना है कि ये करना हर किसी के बस की बात नहीं है. अमेरिकी न्यूज चैनल के अनुसार, टेट्रिस वीडियो गेम निनटेंडो एंटरटेनमेंट लिमिटेड द्वारा 6 जनवरी 1989 को लॉन्च किया गया था. जिसे रूसी वैज्ञानिक एलेक्सी पजित्नोव ने सोवियत एकेडमी ऑफ साइंसेज में काम करते हुए बनाया था.