छोटी सी गलती से बढ़ता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, क्या आपको पता है जीभ की ये खासियत?
फिटनेस से जुड़ी अधूरी जानकारी खराब है। हालांकि, जानने के बाद भी अगर कोई उन बातों को फॉलो नहीं कर रही है, तो इससे गंभी समस्या हो सकती है। इस आर्टिकल में कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जो सेहत से जुड़ी हैं। जैसे एक्सरसाइज करने के लिए बेस्ट समय, ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कैसे बढ़ता है वगैराह। यहां जानिए फिटनेस से जुड़ी ये जरूरी बातें।
किस गलती से बढ़ता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा?
ज्यादा देर तक बैठने से पोस्चर और सेहत से संबंधित कई बीमारियों का खतरा बढ़ता है, इस बात से हम सब वाकिफ हैं। पर, क्या आपको यह मालूम है कि ऐसा करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी 40 प्रतिशत तक बढ़ जाता है? जापान के क्योटो प्रीफेक्चरल यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं के द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक ज्यादा देर तक बैठने से मांसपेशियों का संचालन कम होता है, जिससे रक्तप्रवाह प्रभावित हो सकती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि दिन भर में एक बार व्यायाम करने की जगह नियमित अंतराल पर कुछ-ना-कुछ व्यायाम करने से इस खतरे को कम किया जा सकता है। 35 से 69 आयु वर्ग के 36, 000 महिलाओं पर किए गए अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है। जो महिलाएं हर दिन औसतन सात घंटे से ज्यादा बैठती हैं, उन्हें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा इससे कम देर बैठने वाली महिलाओं की तुलना में 36 प्रतिशत ज्यादा होता है।
क्या बच्चे से जुड़ी हैं हमारी खुशियां?
दुनिया भर की विभिन्न संस्कृतियों में यह अवधारणा है कि जिंदगी में असली खुशी बच्चों के जन्म से आती है यानी जिन जोड़ों के बच्चे नहीं होते, उनकी जिंदगी में अधूरापन होता है। पर, क्या यह अवधारणा ठीक है? इस संबंध में किए गए अध्ययन में पाया गया है कि बच्चे के जन्म का खुशियों से कोई वास्ता नहीं होता। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि जो महिलाएं बच्चे को जन्म ना देने का निर्णय खुद के लिए लेती हैं वे आत्मविश्वास से भरपूर होती हैं और उनका व्यक्तित्व अनूठा होता है। ऐसी महिलाएं परिवार की पारंपरिक भूमिकाओं में खुद को नहीं बांधती हैं और आर्थिक रूप से ज्यादा सुदृढ़ होती हैं। यूके की 25 से 75 आयु वर्ग की 161 ऐसी महिलाओं पर यह अध्ययन किया गया, जो बच्चा चाहती तो थीं, पर विभिन्न कारणों से वे मां नहीं बन सकीं।
क्या है जीभ की खासियत?
प्रत्येक व्यक्ति की खानपान से जुड़ी पसंद और नापसंद अलग-अलग होती है। पर, इसकी वजह अभी तक अस्पष्ट थी। हाल ही में यूके के तीन विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं के द्वारा एआई और थ्रीडी इमेजिंग की मदद से किए गए अध्ययन में इस संबंध में एक नया खुलासा हुआ है। साइंटिफिक रिपोट्र्स नाम की पत्रिका में प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति के जीभ की संरचना एक-दूसरे से अलग होती है, जिसका असर खानपान की पसंद-नापसंद पर पड़ता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस अध्ययन के आधार पर खानपान की आदतों में सुधार लाया जा सकता है।
व्यायाम के लिए कब है सबसे अच्छा समय?
विश्व स्वास्थ्य संगठन 18 से 64 आयु वर्ग के लोगों को सप्ताह में कम-से-कम 150 से 300 मिनट तक व्यायाम करने की सलाह देता है। हाल में अध्ययन के द्वारा यह जानने की कोशिश की गई कि व्यायाम के लिए सबसे अच्छा वक्त कौन सा होता है? अध्ययन के मुताबिक सुबह का वक्त व्यायाम के लिए सबसे अच्छा होता है। मोटापा घटाने और वजन को नियंत्रित रखने में इस समय किया गया व्यायाम सबसे ज्यादा प्रभावी साबित होता है। अमेरिका के 5, 280 लोगों पर किए गए अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है।