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500 वर्षों का इंतजार खत्म… अयोध्या में रामनवमी उत्सव शुरू, बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे

नेशनल डेस्क: आज राम नवमी के पावन अवसर पर अयोध्या के राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के बाद पहला राम उत्सव मनाया जा रहा है। रामनवमी के मौके पर अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है और बुधवार सुबह 3:30 बजे राम मंदिर के दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।

इसकी सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विस्तृत व्यवस्था और सुरक्षा उपाय किए गए हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस अवसर पर दर्शन की अवधि बढ़ा दी है और कहा है कि इस दिन कोई विशेष दर्शन का आयोजन नहीं किया जाएगा।   इस खास अवसर पर रामलला को 56 भोग भी लगाया जाएगा। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामनवमी उत्सव के दौरान सुबह ब्रह्म मुहूर्त में 3:30 बजे से दर्शन जारी हैं। इसके अलावा रामलला की श्रृंगार आरती सुबह 5 बजे हुई। दर्शन का क्रम रात 11 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद नित्य नियम से भोग एवं शयन आरती होगी। रामनवमी पर शयन आरती के बाद मंदिर से बाहर निकलने पर प्रसाद मिलेगा।  मुख्य आकर्षण: राम लला का सूर्य तिलक बता दें कि आज मंदिर में दर्शन करने से पहले श्रद्धालुओं ने अयोध्या में सरयू नदी के पवित्र जल में डुबकी लगाई। अधिकारियों के मुताबिक, रात में ही घाटों पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। राम मंदिर में सुबह 3:30 बजे दर्शन शुरू हुए। इस अवसर के लिए पूरे पवित्र शहर को सजाया और रोशन किया गया है। इसके अलावा इस उत्सव का मुख्य आकर्षण बुधवार यानी के आज हुए राम लला का सूर्य तिलक है, जो की रामलला के माथे पर सूर्य की किरणें के कारण है। देवता का ‘सूर्य तिलक’ दर्पण और लेंस से जुड़े एक विस्तृत तंत्र द्वारा संभव हुआ है। इस प्रणाली का परीक्षण मंगलवार को एक टीम द्वारा किया गया है।

श्री राम नवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया। Divya Abhisheka of Prabhu Shri Ramlalla Sarkar at Shri Ram Janmabhoomi Mandir, on the pious ocassion of Shri Ram Navami. pic.twitter.com/U4HaE5yFyg

— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) 

 

500 वर्षों का इंतजार विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में राम नवमी के उत्सव का 500 वर्षों से बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है और पूरा देश बहुत खुश है। “श्री राम जन्मभूमि पर प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली राम नवमी है। यह पहली बार है कि भगवान राम के भक्त मंदिर के परिसर में जन्मोत्सव मनाएंगे। इसका 500 वर्षों से इंतजार था। आज पूरा देश खुश है।” उन्होंने कहा,श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भक्तों की सेवा के लिए समर्पित है। यह आने वाले सभी भक्तों के साथ सहयोग कर रहा है। पूरे अयोध्या में करीब सौ बड़ी एलईडी स्क्रीन पर उत्सव का प्रसारण किया जाएगा। ट्रस्ट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ट्रस्ट के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी लाइव प्रसारण होगा। इतना ही नहीं मंदिर में होने वाले सभी कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में 100 स्थानों पर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया जा रहा है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम इस बीच, वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को उन स्थानों पर निरीक्षण किया जहां श्रद्धालु उत्सव के लिए जाएंगे। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इस पर विशेष फोकस है। पीने के पानी की व्यवस्था, गर्मी से बचाने के लिए रंगीन तिरपाल और श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। महोत्सव में बड़ी संख्या में आए लोगों और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस बल और नगर निगम की अलग-अलग टीमें तैनात की हैं। सरयू नदी में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं और उनकी सुरक्षा के लिए NDRF और SDRF की टीमें भी तैनात की गई हैं। आईजी (अयोध्या रेंज) प्रवीण कुमार ने बताया कि “सभी क्षेत्रों को ज़ोन और सेक्टरों में वितरित किया गया है। हमारे स्वयंसेवकों और बल गुणकों को तैनात किया गया है और भारी वाहनों की आवाजाही के लिए भी व्यवस्था की गई है।” वीआईपी दर्शन पर रोक एक दिन के लिए बढ़ा दी गई है। अब 19 अप्रैल तक वीआईपी दर्शन नहीं होंगे। सुग्रीव किले के नीचे, बिड़ला धर्मशाला के सामने, श्री राम जन्मभूमि प्रवेश द्वार पर, मंदिर ट्रस्ट द्वारा एक यात्री सेवा केंद्र स्थापित किया गया है, जिसमें सार्वजनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां भक्तों के लिए बैठने से लेकर इलाज तक की व्यवस्था है।

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