चीन में हैं पत्थर के सैकड़ों रहस्यमयी टॉवर, हैरान करती है अजीबोगरीब डिजाइन, कोई नहीं जानता क्या था यूज!

चीन में पत्थर के सैकड़ों रहस्यमयी टॉवर हैं, जिन्हें हिमालयन टॉवर ऑफ चाइना (Himalayan Towers of China) नाम से जाना जाता है. ये टॉवर्स सिचुआन प्रांत (Sichuan Province) और तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र के पहाड़ों में स्थित हैं, जिनकी अजोबोगरीब डिजाइन हैरान करती है. इन टॉवर्स को किसने बनाया और इनका क्या यूज था, इस बारे में कोई नहीं जानता है.

Amusingplanet.com की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी खोजकर्ता फ्रेडरिक डैरागोन ने सबसे पहले इन टॉवरों के बारे में दुनिया को बताया था. वह 1998 में स्नो लेपर्ड्स पर रिसर्च करने के लिए तिब्बत गई थीं, तब उन्होंने इन रहस्यमयी टॉवरों को देखा था. इसके बाद, उन्होंने हिम तेदुओं पर रिसर्च करने के बजाय अगले पांच साल तक इन टॉवर्स का अध्ययन करने में बिताए.

डैरागोन ने इन टॉवर्स को गिना, इनकी मैपिंग की और तस्वीरें खीचीं. साथ ही ये भी पता लगाया कि ये टॉवर किससे बनने हुए थे. हालांकि, उन्हें ये जानकर आश्चर्य हुआ कि किसी को नहीं पता था कि इन्हें किसने और किस मकसद से बनाया था.

टावरों को बनाने में इस्तेमाल की गई लकड़ी की रेडियोकार्बन डेटिंग करके डैरागोन ने निर्धारित किया कि ये टॉवर 600 से 1,000 वर्ष पुराने हैं. उनका मानना​ है कि टॉवरों से कोई एक उद्देश्य पूरा नहीं होता था, लेकिन इसका उपयोग घाटी दर घाटी अलग-अलग था.

कैसी है इन टॉवर्स की डिजाइन?

इन टॉवर्स की डिजाइन अजीबोगरीब है, जो वर्गाकार, बहुभुज और तारे के आकार (Star-Shaped) सहित विभिन्न आकारों में हैं, जिनको बनाने में कटे हुए पत्थर, ईंट, मोर्टार और लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है. ये टॉवर्स बड़े ही मजबूत बताए जाते हैं, इनको बड़ी ही सूझबूझ के साथ बनाया गया. तभी तो ये भूंकप के झटकों को भी अवशोषित करने में सक्षम हैं. पाए गए इन टॉवर्स की ऊंचाई 60 फीट से लेकर 200 फीट तक बताई गई है.

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