60% भारतीयों को होने वाली इन 3 बीमारियों का इलाज है इन बीजों में, कारण-हाई फाइबर और कैल्शियम!
काले तिल (black sesame seeds in hindi) का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में सिर्फ पूजा-पाठ ही आता है या फिर आते हैं काले तिल का तेल और तिल के लड्डू। लेकिन, इन खाने का तरीका चाहे जो हो असल बात ये है कि ये बीज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इन बीजों में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, ओमेगा-3, कैल्शियम और कई ऐसे विटामिन हैं जो कि सेहत के लिए कई प्रकार से काम करते हैं। इनका सेवन आपको कई बीमारियों से बचा सकता है और कुछ ऐसी बीमारियां (black sesame seeds health benefits) जो कि लोगों को लंबे समय तक परेशान करती है उनका ये बेहद कारगर इलाज है। तो, आइए जानते हैं काले तिल कब खाएं और इन बीमारियां काले तिल कैसे खाएं।
इन 3 बीमारियों का इलाज है इन बीजों में
1. डायबिटीज में काले तिल
डायबिटीज में काले तिल का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है। इन बीजों में मौजूद फाइबर शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है और ब्लड शुगर के स्तर में अचानक वृद्धि को रोकता है और डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही ये बीज इंसुलिन सेल्स को तेजी से काम करने में मदद करते हैं जिससे शुगर स्पाइक में कमी आती है।
2. हाई यूरिक एसिड में काले तिल
हाई यूरिक एसिड में काले तिल का सेवन कई प्रकार से प्रकार से फायदेमंद है। इसका फाइबर पहले तो खून में जमा प्यूरिन को बाहर निकालने में मदद करता है। ये स्क्रूब की तरह काम करता है और फिर प्यूरिन पचाने में मदद करता है। इसके अलावा काला तिल एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर है जो कि हाई यूरिक में होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।
3. जोड़ों के दर्द में काले तिल
जोड़ों के दर्द में काले तिल का सेवन काफी फाइयदेमंद माना जता है। इसके कैल्शियम है जो कि हड्डियों को अंदर से मजबूती देता है। साथ ही इसका फैटी ऑयल हड्डियों को नमी देता है और इनके घर्षण को कम करता है। इसका अलावा इसका एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में भी मददगार है।
काले तिल कैसे खाएं?
काले तिल को आपको 1 चम्मच रोज सुबह खाली पेट लेना है। अगर आप हड्डियों के लिए ले रहे हैं तो रात में दूध के साथ लें। तो, काले तिल को तेव पर भून कर रख लें और फिर रोजाना खाली पेट गर्म पानी के साथ इसका सेवन करें। रात में दूध में उबालकर आप इसे ले सकते हैं।