पर्यटकों और यात्रियों के लिए बनाया गया था नियम, टूरिस्ट ऐसे हुए नाराज कि कहा, अब कभी नहीं आएंगे

क्या ऐसा हो सकता है कि किसी देश की सरकार पर्यटकों के हितों के लिए कोई नियम बनाए और उसी से नाराज होकर पर्यटक फिर कभी वहां ना जाने की कसम खा लें. अगर आपको लगता है कि नहीं, हम आपको बता दें कि ऐसा हुआ है. जी हां यूके के वेल्स में बने अजीब से नियम से पर्यटक ऐसे खफा हैं कि उन्हें तंग आकर कसम खा ली है कि वे अब यहां कभी नहीं लौटेंगे.

वेल्स में यह नियम वाहनों की गति सीमा को 20 मील प्रति घंटा है. यानी केवल 32 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है. यह गति सीमा का नियम 17 सितंबर 2023 को लागू हुआ था. ऐसा करने वाला वेल्स पहला देश था, जिसकी सभी सड़कों की गति सीमी 20 मील प्रति घंटा की कर दी गई थी. फिर भी कई जगह गति सीमा 30 मील प्रति घंटा ही कायम थी.यह अनोखा नियम एडिनबर्ग नेपियर यूनिवर्सिटी और पब्लिक हेल्थ सेवादाताओं के शोध के नतीजे के बाद बना था. शोध में अनुमान लगाया गया था कि नया नियम लागू होने के बाद दुर्घटनाओं में 40 फीसदी कमी आएगी. लेकिन अच्छे इरादों के बाद भी लोगों की ओर से इसकी प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं आई.

लोग इस कानून को हटाने की मांग लेकर सड़कों पर उतर आए. यहां तक कि कंजरवेटिव्स ने जलवायु परिवर्तन मंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तक ला दिया. कानून को लेकर विरोध तो कुछ ही महीनों में खत्म हो गया, लेकिन फिर भी कुछ चिंताएं कायम हैं, क्योंकि पर्यटन के लिए काम करने वाले कई लोगों को कहना है कि लोग अभी शायद वापस पर्यटक बन कर ना आएं.

यह नाराजगी कई लोगों ने वेल्स आनलाइन पर भी जाहिर की है. लोगों का कहना हैकि उन्हें धीमी गति के नए नियम से खासी परेशानी हो रही है. उन्हें काफी तनावपूर्ण लग रहा है. बहुत से लोग कमेंट में बता रहे हैं कि उन्हें स्पीड लिमिट के इस नियम से परेशानी होगी इसलिए वे वेल्स में नहीं आएंगे.

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