शिक्षक काउंसिलिंग में फर्जी मार्कशीट के साथ दो गिरफ्तार, दोनों ही शिक्षा विभाग में पहले से कर रहे नौकरी
सिद्धार्थनगर में बीएसए कार्यालय पर शुक्रवार को 12460 सहायक शिक्षक भर्ती अंतर्गत फर्जी अंकपत्र पर काउंसिलिंग कराने आए दो युवकों को संदेह होने पर शिक्षा विभाग के कर्मियों ने पकड़ लिया। इसके बाद बीएसए ने शुक्रवार रात पुलिस को बुलाकर दोनों युवकों को सौंप दिया। दोनों चचेरे भाई हैं। बीएसए कार्यालय में शुक्रवार को सहायक शिक्षक के 302 पदों के लिए काउंसिलिंग हो रही थी। दो युवक देर शाम बीएसए ऑफिस पहुंचे और बीएसए देवेंद्र कुमार पाण्डेय से कहा कि कानपुर से आ रहे हैं। इस वजह से देर हो गई है। बीएसए ने उनकी काउंसिलिंग कराने का आदेश दे दिया। इस दौरान अंकपत्र देख बीएसए को संदेह हुआ।
दोनों के अंकपत्र एकदम नए लग रहे थे, जबकि आवेदन के अनुसार 10 वर्ष पुराना अंकपत्र होना चाहिए। इसके बाद बीएसए ने आवेदन में दर्ज मोबाइल नंबर पर बात की तो पता चला कि दोनों युवक पहले से ही शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे हैं और एक फिरोजाबाद व दूसरा मुरादाबाद में बतौर शिक्षक तैनात है। इसके बाद बीएसए ने पुलिस बुला ली।
पूछताछ में दोनों युवकों की पहचान कानपुर नगर के अराजी नंबर 490 गड़रिया पुरवा रतनपुर, कानपुर नगर निवासी के रूप में हुई। इनमें से राहुल यादव पुत्र मुन्नालाल यादव हाईस्कूल पास था, जो विकास कुमार पुत्र लालजी के नाम पर अंकपत्र बनवाकर काउंसिलिंग में आया था। दूसरा आरोपी बबलू है, जो पांचवीं पास है। वह आशुतोष पुत्र राम महेश सिंह के नाम पर काउंसिलिंग कराने आया था। दोनों आरोपी चचेरे भाई हैं। सदर पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर थाने चली गई। बीएसए देवेंद्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि दोनों आरोयों को पुलिस को सौंप दिया गया है। दोनों फर्जी अंकपत्र बनवाकर काउंसिलिंग कराने आए थे।