UP: पांच गुना कीमत में लगाई गईं नियॉन की तितलियां, सदन में पार्षदों ने किया हंगामा; भ्रष्टाचार की होगी जांच
आगरा की सड़कों पर पांच गुना कीमत में खरीदकर नियॉन की तितलियां लगाई गईं। नगर निगम सदन में पार्षदों ने हंगामा किया। स पर मेयर ने भ्रष्टाचार की जांच करने का आश्वान दिया है।
ताजनगरी आगरा की सड़कों पर पांच गुना कीमत में लगाई गईं नियॉन तितलियों को खरीदने और लगाना का मामला नगर निगम के सदन में गूंजा। बुधवार को नगर निगम के पार्षदों ने सदन में भ्रष्टाचार की तितली उड़ाई। पार्षद अपने साथ बेलनगंज से खरीदी गई नियॉन तितली लेकर पहुंचे और मेयर को दिखाकर तितलियों की खरीद में भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए। इस मामले में पार्षदों के रुख को देखते हुए मेयर हेमलता दिवाकर ने जांच के आदेश दिए हैं।
नगर निगम सदन के अधिवेशन में राजनगर के पार्षद बंटी माहौर ने यमुना किनारा और बोदला रोड पर लगाई गई नियॉन लाइटों में जमकर भ्रष्टाचार होने का मामला उठाया। अमर उजाला में प्रकाशित की गई खबर का जिक्र करते हुए पार्षद बंटी माहौर ने सदन को तितली दिखाई।
कहा कि वह इसे बेलनगंज बाजार से खरीदकर लाए हैं। 650 रुपये में खरीदी गई तितली निगम ने 14 हजार रुपये में कैसे लगाई। उनके क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटें बंद हैं। उनके लिए पैसे नहीं है, पर ऐसी सजावटी लाइटें खरीदने पर निगम का पैसा बर्बाद किया जा रहा है।
650 रुपये की तितली 14 हजार में क्यों खरीदीं
सत्ताधारी भाजपा के पार्षदों ने भी नियॉन लाइट वाली तितलियों पर सवाल उठाए और पूछा कि इनका औचित्य क्या है। पार्षद प्रदीप अग्रवाल ने पूछा कि जब शहर में स्ट्रीट लाइटें बंद हैं तो यह लाइटें क्यों खरीदी गईं। पार्षद रेखा भास्कर ने कहा कि 14 हजार रुपये में तितली क्यों खरीदी गई, जबकि बाजार में 650 रुपये में उपलब्ध है।
पार्षद शरद चौहान ने भी स्ट्रीट लाइटों को प्राथमिकता देने और तितलियों की पांच गुना कीमत पर खरीद पर सवाल खड़ा किया। इस मामले में मेयर हेमलता दिवाकर ने कहा कि इतनी महंगी लाइटें क्यों खरीदी गई हैं, पार्षदों के इस सवाल की गंभीरता देखते हुए वह जांच कराएंगी।