CWC में उठा मिमिक्री का मुद्दा, मीरा कुमार बोलीं- मैं धनखड़ की जगह होती तो इस्तीफा दे देती
कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री का मुद्दा भी उठा. इस पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने इशारों ही इशारों में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे पद पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और न ही इसे जाति से जोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर राज्यसभा के सभापति को वाकई में इतना बुरा लगा है तो मैं उनकी जगह होती तो इस्तीफा दे देती.
बता दें कि कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में चार घंटे तक चली बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत 76 सदस्यों ने हिस्सा लिया. बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव, विधानसभा चुनाव के नतीजों और देश के वर्तमान राजनीतिक हालात को लेकर चर्चा हुई. बैठक के अंत में विपक्षी सांसदों के निलंबन की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित किया गया.
कांग्रेस ने 2024 फतह का बनाया प्लान
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया कि अभी हाल ही में हुए विधानसभा के नतीजों की समीक्षा के साथ पार्टी द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक दिल्ली में हुई थी. हमे समान विचारों वाले साथियों के साथ समन्वय बनाते हुए ज़्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करनी है. कांग्रेस ने इसके लिए पांच सदस्य वाली एक नेशनल अलायंस कमेटी गठित की गई है, जो अन्य दलों के साथ गठबंधन की रूपरेखा तय करेगी. लोकसभा की तैयारियों के मद्देनजर लगभग 24 राज्यों के साथ समीक्षा बैठक हो चुकी है. लोकसभा सीटों पर जल्द ही कोऑर्डिनेटर्स भी नियुक्त होगी.
बैठक में इन मुद्दों पर हुई बात
मौजूदा संसद सत्र में अब तक दोनों सदनों में इंडियागठबंधन के सांसदों का जिस तरह निलंबन किया गया है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है. देश की संपदा चंद कारोबारियों के हाथों सौंपी जा रही है. हमें बेरोजगारी, महंगाई, आम लोगों के सवालों को आगे रखना है. जातिगत जनगणना और महिला आरक्षण अहम मुद्दा रहेगा. हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण तत्काल लागू हो और ओबीसी महिलाओं को आरक्षण के दायरे में लाया जाए. संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि, तेलंगाना में कांग्रेस की जीत एकउल्लेखनीय उपलब्धि है. छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस कोबेहतर नतीजों की उम्मीद थी, मगर कांग्रेस चुनाव हार गई.राज्यों के प्रभारियों ने चुनाव नतीजों के बारे में बताया. इन तीनों राज्यों में कांग्रेस पार्टी काफी मजबूत है, तीनों राज्यों में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बरकरार है. इसलिए लोकसभा चुनाव का सामना करने के लिए चिंता करने का कोई मतलब नहीं है.
एक-दो दिन में मेनिफेस्टो कमेटी का गठन
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर केसी वेणुगोपाल ने कहा, कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव पर ध्यान केंद्रित करने जा रही है. बिना किसी देरी के जल्द ही लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों का फैसला कर लिया जाएगा. इसी माह स्क्रीनिंग कमेटी और अगले एक-दो दिन में मेनिफेस्टो कमेटी का गठन किया जाएगा. पिछले तीन महीनों से लोकसभा चुनाव के संबंध में राज्य स्तर की समीक्षा की जा रही है. 23 राज्यों की समीक्षा हो चुकी है और अन्य चार राज्यों की समीक्षा इसी महीने हो जाएगी. जनवरी 2024 से प्रत्येक राज्य में राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इन सम्मेलनों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य नेता संबोधित करेंगे.