Vastu Tips: आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए घर में इन वस्तु का करें इस्तेमाल, बरसेगा फुल पैसा
वास्तु शास्त्र( Vastu Shastra ) में घर को लेकर कई खास चीजों का उल्लेख किया गया था. वास्तु टिप्स( Vastu Tips ) में जहां घर के दिशा, से लेकर कहां पर कौन सी चीज रखी जानी चाहिए हर एक के बारे में बताया गया है.
वास्तु में साफ किया गया है कि हर एक घर की बनावट से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की ऊर्जाएं प्राप्त होती हैं. जहां सकारात्मक ऊर्जा से जीवन में प्रसन्न आती है और वहीं नकारात्मक ऊर्जा से आर्थिक परेशानियां और बीमारियां आती हैं.
घर में वास्तुदोष( Vaastu defects in the house ) होने से जीवन में बस परेशानियां ही आती हैं, जीवन में भी केवल असफलता प्राप्त होती है और मानसिक पीड़ा भी जीवन में आ जाती है.
ऐसे में वास्तुशास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं जिनको अपनाकर हम घर के वास्तुदोष को दूर कर सकते हैं और घर पर समृद्धि ला सकते हैं. वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर में हम किन चीजों की तस्वीर लगाकार सुख समृद्धि आदि को बढ़ा सकते हैं.
धन लाभ के लिए :
अगर आपके जीवन में तमाम प्रयासों के बाद भी आर्थिक तंगी बनी रहती है तो अपने घर में मां लक्ष्मी और कुबेर की प्रतिमा वाली फोटो जरूर रखें.
लेकिन इसको रखते हुए ध्यान रखें आप इन तस्वीरों को घर के उत्तर दिशा में लगा रहे हैं. कहते हैं कि धन प्राप्ति के लिए उत्तर दिशा वास्तु शास्त्र में अच्छी मानी गई है. अगर आप इन तस्वीरों को लगाते हैं तो धन की प्रात्ति होगी.
सुंदर तस्वीरें :
घर की दीवारों पर सुंदर तस्वीरें लगानी चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो जहां घर की खूबसूरती बढ़ जाती है वहीं यह धन दौलत में वृद्धि होती है. आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के दक्षिण और पूर्व दिशा की दीवारों में प्रकृति से जुड़ी हुई चीजों की तस्वीर ही लगानी चाहिए.
हंसते हुए बच्चे की तस्वीर :
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर पर हंसते हुए छोटे बच्चों की तस्वीर लगाना बहुत अच्छा होता है. घर में हंसते हुए बच्चे की तस्वीर लगाने से घर पर हमेशा सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती रहती है. इतना ही नहीं पूर्व और उत्तर की दिशा में बच्चे की तस्वीर लगाना शुभ रहता है.
नदी और झरने की तस्वीर :
घर के उत्तर-पूर्वी दिशा में नदियों और झरनों की तस्वीर लगाने से भी सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. यदि आपने घर में पूजा घर बना रखा है याद रखें कि दक्षिण-पश्चिम की दिशा में निर्मित कमरे का प्रयोगपूजा-अर्चना के लिए नहीं किया जाना चाहिए.