जब पुराने गाने सुनता हूं, तो… रवि किशन को अपने ही गानों पर हो रहा पछतावा, आखिर क्यों?

जब पुराने गाने सुनता हूं, तो… रवि किशन को अपने ही गानों पर हो रहा पछतावा, आखिर क्यों?

भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज कलाकार रवि किशन अपनी एक्टिंग से लोगों के बीच अपनी पापुलैरिटी बिखेर चुके हैं. उन्होंने भोजपुरी सिनेमा में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. हालांकि अब उन्होंने राजनीति का रुख कर लिया है. हाल ही में रवि किशन ने अपनी पुरानी फिल्मों और गानों को लेकर आपत्ति जताई है. दरअसल, जब शाहरुख की पठान रिलीज हुई थी, उस वक्त फिल्म के गाने बेशर्म रंग पर छिड़े विवाद पर रवि किशन ने भी प्रतिक्रिया दी थी. इसके बाद अब उन्होंने एक बार फिर से इस टॉपिक पर रिएक्ट किया है.

हाल ही में रवि किशन ने कहा है कि सिनेमा इंडस्ट्री मनोरंजन के लिए बनाई गई है, उसे उसी तरह से काम करना चाहिए. उन्होंने गानों और फिल्मों में अश्लीलता पर अपनी आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि गानों और फिल्मों में अश्लीलता नहीं होनी चाहिए.

‘प्रोड्यूसर्स की डिमांड होती थी’
अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में रवि किशन ने यह माना कि उनके कुछ पुराने गानों में भी काफी अश्लीलता दिखाई गई है. उस गलती का एहसास उन्हें आज होता है. रवि किशन का कहना है कि उन्होंने भी अपने करियर के शुरुआती दौर में ऐसे कई गाने किए हैं जो सही नहीं थे. उस वक्त ऐसे गाने करने की प्रोड्यूसर्स की डिमांड होती थी, जिसकी वजह से उन्हें ऐसे गाने करने पड़ते थे. उन्होंने बताया कि उस वक्त उनके पास फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ने तक का समय नहीं होता था.

‘लगता है मैंने गलती की थी’
यही नहीं, इंटरव्यू के वक्त रवि किशन से शाहरुख की फिल्म पठान के ‘बेशर्म रंग’ गाने को लेकर भी सवाल किए गए. इस पर उन्होंने कहा कि “मेरा एक गाना है ‘लहंगा उठा देब’ ऐसे गाने प्रोड्यूसर ने बनाए थे. मेरे पास तो फिल्मों की लाइन लगी रहती थी, टाइम नहीं होता था. ऐसे में किसी गाने का मतलब क्या है ये सोचने का भी वक्त नहीं होता था और मैं उसे साइन कर लेता था, लेकिन अब लगता है कि मैंने गलती की थी.”

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *