भजनलाल कैबिनेट में सबसे बड़ा सस्पेंस गृहमंत्री कौन? किरोड़ी लाल समेत ये 3 दावेदार
राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सबसे बड़ा सस्पेंस गृहमंत्री को लेकर है। इसके लिए सीएम भजनलाल शर्मा समेत 3 प्रमुख दावेदार है। सीएम के अलावा डिप्टी सीएम दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा प्रमुख दावेदार माने जा रहे है। सीएम भजनलाल शर्मा इसलिए रेस से बाहर हो सकते है, क्योंकि पिछली सरकार में गृह विभाग अशोक गहलोत के पास था। बीजेपी ने लगातार गहलोत पर हमला बोला था। बीजेपी का कहना था कि गृह विभाग सीएम के पास नहीं होना चाहिए। किसी अलग से गृह विभाग का जिम्मा देना चाहिए। ऐसे में भजनलाल शर्मा के पास गृह विभाग रहने पर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो सकती है।
एमपी में गृह विभाग सीएम मोहन लाल यादव के पास है
हालांकि, एमपी में गृह विभाग सीएम मोहन लाल यादव के पास है। ऐसे में माना यह भी जा रहा है कि सीएम के पास ही गृह विभाग रहेगा। जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे की तर्ज पर किसी विधायक को गृहमंत्री बना दिया जाए और पूरी प्रशासनिक पाॅवर मुख्यमंत्री कार्यालय के पास रहे। क्योंकि वसुंधरा राजे के शासन में गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया थे। लेकिन कांस्टेबल से लेकर एसपी के तबादले मुख्यमंत्री कार्यालय ही करता रहा।
दीया कुमारी को गृह मंत्री बनाया जा सकता है
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दीया कुमारी को गृह मंत्री बनाया जा सकता है। पुलिस को हैंडल भी कर सकती है। सयंमित बयानबाजी के लिए जानी जाती है। जबकि किरोड़ी लाल मीणा के साथ दिक्कत यह है खुद उन पर कानून व्यवस्था से जुड़े केस लगे हुए है। पिछली सरकार में सबसे ज्यादा धरना-प्रदर्शन किरोड़ी लाल ने ही किया था। ऐसे में जानकारों का कहना है कि किरोड़ी लाल को गृहमंत्री इसलिए नहीं बनाया जा सकता है। क्योंकि उनकी छवि आड़े आ सकती है। जबकि दीया कुमारी के साथ ऐसा नहीं है। जानकारों का कहना है कि राजस्थान में राज बदल गया है। लेकिन हालत वहीं है। राजधानी जयपुर में युवती को कुचल दिया गया। झालावाड़ में गैंगरेप और अजमेर में हाल ही में हुए दुष्कर्म के मामले ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। हालांकि, अभी सरकार का गठन हुए एक महीना ही हुआ है। ऐसे में फिलहाल कानून व्यवस्था पर सरकार की आलोचना करना जल्दबाजी होगी। राजस्थान को नय मुख्य सचिव मिल गया है। अब नए डीजीपी का इंतजार है।
विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राजस्थान में विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान हो सकती है। क्योंकि माना ऐसा जा रहा है कि सीएम भजन लाल शर्मा के पास कार्मिक, वित्त और गृह विभाग रहेगा। ऐसे में दीया कुमारी समेत दिग्गज नेता मलाईदार विभाग नहीं मिलने पर नाराज हो सकते है। किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें गृहमंत्री बनाने की मुहिम छेड़ रखी है। जबकि दोनों डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को विभाग नहीं बांटे गए है। यह पूरा मामला खींचतान को लेकर ही माना जा रहा है। सियासी जानकारों का कहना है कि विभागों को लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो सकता है।