बिना दूल्हे के धूमधाम से हुई शादी, फिर दुल्हन ने पोंछा सिंदूर, दंग हुए अफसर भागे- भागे पहुंचे
बलिया के बाद झाँसी मे भी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बड़ा खेल होने की खबर है. झांसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है. सामूहिक विवाह समारोह में एक शादी ऐसी हुई जिसने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों पर सवाल खड़ा कर दिया है. सूत्रों का कहना है कि विवाह समारोह में जब दूल्हा नहीं आया तो इस पर सामूहिक विवाह का आयोजन करने वाले अधिकारियों ने दूल्हे के जीजा के साथ लड़की की शादी करवा दी.
सूत्रों का कहना है कि जब लोगों ने इस शादी पर सवाल उठाए तो समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया. मामले की जांच के लिए अधिकारियों की गाड़ियां लड़की की घर की तरफ दौड़ पड़ी. लोगों ने बताया कि दुल्हन की शादी पहले से ही विवाहित युवक से ही करवा दी गई. यह शादी केवल सरकारी योजना की धनराशि हड़पने के लिए कराई गई थी. शादी के तुरंत बाद दुल्हन मांग में भरा सिंदूर दुल्हन खुद पोंछती नजर आई.
दूल्हा नहीं आया तो फिर अफसर बोले- शादी करानी ही होगी तो…अफसरों का कहना है कि जब दूल्हा व दुल्हन से अलग-अलग बात की गई तो उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार किया. दुल्हन के जीजा तथा कथित दूल्हे ने बताया कि दुल्हन का जोड़ा नहीं आया था; लेकिन शादी तो करानी ही थी. इस पर समाज कल्याण विभाग के एक अधिकारी के कहने पर लड़की का जीजा दूल्हा बनकर बैठ गया था. शादी पूरी रस्म अदायगी के साथ करवा दी गई.
दुल्हन ने फेरों के बाद मांग से सिंदूर पोंछ डालामामले का खुलासा तब हुआ जब शादी समारोह में आये एक जोड़े पर नजर पड़ी; मामला कुछ संदिग्ध दिखाई दिया. छानबीन में पता चला कि झाँसी के बामोर की रहने वाली दुल्हन ख़ुशी की शादी छतरपुर मध्यप्रदेश के बृषभान के साथ तय हुई थी. समारोह में उनका रजिस्ट्रेशन नंबर 36 था. जब दुल्हन को पता चला कि उसकी शादी उसके जीजा से ही करवा दी गई है. इसके बाद ख़ुशी ने फेरे लेते ही मांग से सिंदूर व बिंदी पोंछ डाली.