World Radio Day: 129 साल पुराना हुआ रेडियो, टाइटैनिक के डूबते लोगों की बचाई थी जान
रेडियो, ये एक ऐसा नाम है जिसने इंफॉर्मेंशन, एंटरटेनमेंट और एजुकेशन को पूरी दुनिया के लिए आसान बना दिया. हर साल 13 फरवरी को वर्ल्ड रेडियो डे मानाया जाता है. इस दिन हम लोग रेडियो की अहमियत और इसके योगदान को याद करते हैं. रेडियो के इतिहास की बात करें तो 19वीं सदी के अंत में इटली के गुग्लिल्मो मार्कोनी ने 1895 में पहला रेडियो प्रसारण किया था. म्यूजिक और कम्युनिकेशन के लिए रेडियो का प्रसारण एक्सपेरिमेंट के तौर पर 1905-1906 के आसपास शुरू हुआ था.
1920 के दशक की शुरुआत में रेडियो कमर्शियली उपलब्ध हो गया और लगभग तीन दशक बाद रेडियो स्टेशन का उभार हुआ. 1950 के दशक तक आते-आते दुनिया भर में रेडियो और ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम आम हो गया. इसने विचारों के आदान-प्रदान में बड़ी भूमिका निभाई है. रेडियो सबसे पुराने और सबसे पावरफुल मास कम्युनिकेशन मीडिया में से एक है. यह उन लोगों तक पहुंचने के लिए एक असरदार डिवाइस है जिनके पास इंटरनेट तक पहुंच नहीं है या किसी और वजह से डिस्कनेक्ट हो गए हैं. रेडियो समाचारों और समसामयिक मुद्दों से जुड़े रहने में मदद करता है.
रेडियो की शुरुआत में इसका इस्तेमाल जहाजों पर भी किया जाता है. 1912 में जब टाइटैनिक पहले सफर पर निकला था, तो मार्कोनी का वायरेलस डिवाइस था. टाइटैनिक के डूबने पर मदद के लिए इस डिवाइस के जरिए मैसेज भेजा गया, तब जाकर लोगों की जान बची.