देश के 27 सेक्टर्स में 60 करोड़ नौकरी, यहां देख लें RBI के आंकड़ें
जो भी देश में नौकरी और बेरोजगारी को लेकर सवालिया निशान लगा रहा है. आरबीआई ने उन तमाम लोगों की जुबां अपने आंकड़ों से बंद करने की कोशिश की है. आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार देश के 27 सेक्टर्स में करीग 60 करोड़ नौकरी या यूं कहें कि वर्क फोर्स है. पिछले महीने लोकसभा चुनाव के नतीजे आए हैं. लगातार तीसरी बार देश में एनडीए गठबंधन सत्ता में आई है. विपक्ष ने पूरे चुनावी कैंपेन में बेरोजगारी को भी बड़ा मुद्दा बना गया था. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आरबीआई ने जॉब्स को लेकर किस तरह के आंकड़ें पेश किए हैं.
आरबीआई ने पेश किए आंकड़ें
कृषि, व्यापार और वित्तीय सेवाओं सहित 27 सेक्टर्स में कार्यरत लोगों की संख्या वित्त वर्ष 2022-23 में सालाना आधार पर 3.31 फीसदी बढ़कर 59.66 करोड़ हो गई। सोमवार को प्रकाशित भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। इससे पहले वित्त 2021-22 के दौरान इन 27 सेक्टर्स में रोजगार 57.75 करोड़ था. आरबीआई ने अपनी वेबसाइट पर उद्योग स्तर पर उत्पादकता मापन – भारत केएलईएमएस आंकड़े शीर्षक के तहत ये आंकड़े प्रकाशित किए हैं. यहां केएलईएमएस का आशय पूंजी (के), श्रम (एल), ऊर्जा (ई), सामग्री (एम) और सेवा (एस) से है. आंकड़ों में संपूर्ण भारतीय अर्थव्यवस्था के 27 उद्योगों को शामिल किया गया है.
इन सेक्टर्स ने दिए इतने जॉब्स
रिपोर्ट के मुताबिक कृषि, शिकार, वानिकी और मछली क्षेत्र ने 25.3 करोड़ व्यक्तियों को रोजगार दिया था. यह आंकड़ा 2021-22 में 24.82 करोड़ था. इसके अलावा उल्लेखीय रोजगार देने वाले क्षेत्रों में निर्माण, व्यापार तथा परिवहन और भंडारण शामिल थे. आरबीआई ने कहा कि दस्तावेज भारत केएलईएमएस डेटाबेस संस्करण-2024 को आर्थिक वृद्धि और इसके प्रमुख क्षेत्रों में शोध को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है.
कितनी रहेगी देश कर ग्रोथ
आरबीआई ने जून के महीने में एमपीसी की मीटिंग के दौरान वित्त वर्ष 2024—25 के लिए अपने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में इजाफा किया है. आरबीआई के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की ग्रोथ रेट 7.20 फीसदी रह सकती है. जबकि इससे पहले आरबीआई ने अपने अनुमान को 7 फीसदी पर रखा था. खास बात तो ये है कि मौजूदा वित्त वर्ष में भी भारत दुनिया के तमाम बड़े देशों के मुकाबले सबसे तेजी ग्रोथ की इकोनॉमी होगी. वहीं दूसरी ओर विदेशी बैंक सिटी ग्रुप ने भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान 7 फीसदी रखा है.