अजित पवार और नाना पटोले में जुबानी जंग, शिवसेना को लेकर किया बड़ा दावा
लोकसभा चुनाव से पहले ही महाराष्ट्र में नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. खास तौर से डिप्टी सीएम अजित पवार और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले आमने-सामने है. अब एक बार फिर नाना पटोले ने अजित पवार पर उनके ब्रह्मदेव वाले बयान पर हमला बोला है.
नाना पटोले ने कहा है कि मतदान ब्रह्मदेव नहीं करते हैं, जनता करती है. वे लोग हारने वाले हैं, इसीलिए ब्रह्मदेव को याद कर रहे हैं. जनता हमारे साथ है. नाना पटोले का यह बयान अजित पवार के उस बयान पर आया है, जिसमें उन्होंने यह कहा था कि ब्रह्मदेव भी नहीं बता सकते कि चुनाव का परिणाम क्या होने वाला है.
अजित पवार ने क्या कहा था?
अजित पवार ने कहा था कि जब मैं महा विकास अघाड़ी में था तो मुझसे कहा गया था कि शिवसेना पर जोरदार प्रहार करना चाहिए. जब मैंने पूछा कि क्यों तो मुझे उस समय बताया गया था कि मुस्लिम समुदाय को तब अच्छा लगता है जब शिवसेना पर हमला किया जाता है. अब मुस्लिम समुदाय खुद शिवसेना को वोट दे रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ब्रह्मदेव भी ये नहीं बता सकते कि चुनाव का परिणाम क्या होगा?
अजित पवार का दावा पहले ही टूट जाती NCP
अजित पवार ने एनसीपी के पदाधिकारियों और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर मैं और वरिष्ठ नेता चाहते तो 2004 में ही एनसीपी टूट जाती. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता छगन भुजबल, सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल चाहते थे कि 2004 में ही एनसीपी को सीएम पद मिले. दरअसल 1999 और 2014 के बीच कांग्रेस और एनसीपी ने संयुक्त रूप से ही महाराष्ट्र सरकार चलाई. इसमें मुख्यमंत्री हमेशा कांग्रेस का रहा, जबकि दोनों दलों के बीच सहमति के चलते उप-मुख्यमंत्री एनसीपी का ही रहा.