खाने से जुड़ी ये गलती बना सकती है आपको बांझपन का शिकार, ऐसे करें बचाव
भारत में बांझपन एक बड़ी समस्या बन रही है. महिलाओं और पुरुषों दोनों में ही ये परेशानी काफी बढ़ रही है. ज्यादा उम्र में शादी करना, खराब लाइफस्टाइल, कई तरह की बीमारियों और सेहत पर ध्यान न देने के कारण बांझपन की समस्या बढ़ती जा रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खानपान में की गई गलती भी इनफर्टिलिटी के रिस्क को काफी बढ़ा देती है. डॉक्टरों का कहना है कि जो लोग रेगुलर बेसिस पर अन्हेल्थी खाना खाते हैं और स्मोकिंग करते हैं उनके लिए यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है. आजकल देर रात तक फोन चलाना सामान्य सी बात हो गई है. अनहेल्दी फूड और बाकी सभी फैक्टर मिलकर बांझपन के रिस्क को बढ़ा देते हैं.
फर्टिलिटी सर्विस मार्केट में बांझपन की समस्या के बारे में बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, 2031 तक दुनियाभर में 90.79 बिलियन लोग इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझ सकते हैं. आशा आयुर्वेदा की इनफर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉक्टर चंचल शर्मा बताती हैं कि कूल दिखने वाली आदतें आपको भविष्य में बहुत बुरे दिन भी दिखा सकती है. खराब खानपान काफी हद तक बांझपन का कारण बन सकता है.
बांझपन और खराब खानपान
डॉ चंचल शर्मा बताती हैं कि जिन फूड्स में शुगर काफी ज्यादा होता है. उनके नियमित सेवन से बांझपन का रिस्क बढ़ सकता है. इसके अलावा फास्ट फूड भी बांझपन के रिस्क को बढ़ाते हैं. उदाहरण के तौर पर अगर कोई महिला या पुरुष अपनी डाइट में नियमित रूप से फ्रेंच फ्राइज़, मसले हुए आलू, केक, डोनट्स का सेवन करते हैं तो इससे उनकी फर्टिलिटी पर असर पड़ सकता है. कई मामलों में कैफीन से बनी चीजें भी महिलाओं में बांझपन का कारण बन सकती है.
महंगा है इलाज
डॉ शर्मा कहती हैं कि बांझपन की बढ़ती समस्या के कारण इनफर्टिलिटी क्लीनिक का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. इनमें इलाज का खर्च भी लाखों में है. ऐसे में लोगों के लिए यह जरूरी है कि वह अपने खानपान का ध्यान रखें.क्यूंकि आज जो खानपान आपको अच्छा लग रहा है कल उसी की वजह से अलग अलग डॉक्टर्स के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं. वक़्त रहते अपनी आदतों में सुधार लाएं और अपनी डाइट में पौष्टिक चीजों को शामिल करें. इसके लिए हरे फल और सब्जियां खाएं. फलों का सेवन करें. ड्राई फ्रूटस लें और रोजाना एक्सरसाइज करें.