ड्रम ब्रेक्स या डिस्क ब्रेक :यहां जाने कौनसा है गाड़ी के लिए बेहतर ऑप्शन
लगातार पूरे तकनीक सुधार के चलते ओटो मोबाइल इंडस्ट्री एडवांस होती जा रही है ऐसे में टू व्हीलर इंडस्ट्री के अंदर भी कई नए इनोवेशन हुए है। मौजूदा समय में लोग नई बाइक या कार खरीदते समय प्रैस ,माइलेज और टॉप स्पीड चेक करने के अलावा भी कई चीज देखते हैं।
ऐसे में वाहन का डिस्क ब्रेक और ड्रम ब्रेक में होना बड़ा मायने रखता है। यहां जान लेते हैं कि इन दोनों में कौन बेहतर है।
ड्रम बॉक्स और डिस्क ब्रेक्स में अंतर
अगर आप नई गाड़ी खरीदने समय सेफ्टी और सिक्योरिटी का भी ध्यान रखना चाहते हैं तो ऐसे में आपके लिए ड्रम और डिस्क ब्रेक के बीच का अंतर समझना महत्व पूर्ण है दोनों के अपने फायदे और नुकसान है इन दोनों के बीच का चुनाव आपकी विशिष्ट ड्राइविंग आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। यह इन दोनों के बीच का चुनाव आपकी विशिष्ट आवश्यकताओ के बारे में जान लेते हैं।
डिजाइन
डिजाइन की बात करें तो ड्रम ब्रेक में बेलनाकार ड्रम के भीतर ब्रेक शूज दिए जाते हैं। जब आप ब्रेक लगाते हैं तो हाइड्रो क्लिक दबाव शु को ड्रम के अंदर की तरफ फैलने के लिए मजबूर करता है जिससे घर्षण पैदा होता और पहिया रुक जाता है। वहीं डिस्क ब्रेक में ब्रेक पेड होते हैं जो एक सपाट घूमने वाली डिस्क के खिलाफ दबते हैं यह काफी जल्दी रिएक्शन करता है।
वजन
आमतौर पर भारी कंपोनेंट ,हैंडलिंग और फ्यूल एफिशिएंसी को प्रभावित करते हैं। वही हल्के कंपोनेंट वजन को कम करते हैं और संभावित रूप से हैंडलिंग और फ्यूल एफिशिएंसी भी बढ़ती है।