दागी दरोगा को थाने का चार्ज देकर सवालों में घिर गए थे आगरा के पुलिस कमिश्नर, सीएम के निर्देश पर हटाए गए
करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले थानाध्यक्ष के बाद आगरा पुलिस कमिश्नर (Agra News) पर भी गाज गिरी है। मंगलवार को आगरा पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह को हटा दिया गया है। चर्चाएं हैं कि उन्होंने एक ऐसे दागी पुलिसकर्मी को थाने का चार्ज दिया था, जोकि 6 बार लाइन हाजिर और एक बार सस्पेंड हो चुका है। मसलन जो पुलिसकर्मी ठीक से चौकी नहीं संभाल सका उसे पूरा थाने दे दिया गया। इसके बाद भूमाफिया के साथ मिलकर इस पूरे प्रकरण को पटकथा लिखी गई थी। मामला डीजीपी के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया।
मामला बोदला रोड पर बैनारा फैक्ट्री की जमीन का है। 10 हजार वर्ग गज की ये जमीन 50 करोड़ की बताई जा रही है। इस जमीन की देखभाल करने वाले केयरटेकर रवि कुशवाहा के परिवार के लोगों पर तत्कालीन जगदीशपुरा थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराया। परिवार की महिलाओं पर शराब की तस्करी करने का आरोप लगाया। थाना अध्यक्ष ने पुलिस बल का प्रयोग कर सभी को जेल भिजवा दिया। इस मामले में पीड़ित परिवार ने डीजीपी से न्याय की गुहार लगाई। जांच में थानाध्यक्ष दोषी साबित हुए थे। जिस पर डकैती का केस किया गया। इस मामले में दो बिल्डर कमल चौधरी और धीरू चौधरी समेत 18 लोगों केस दर्ज हुए हैं।
दागी को दिया था चार्ज
करोड़ों की इस प्रॉपर्टी पर भूमाफियाओं और बिल्डरों की लंबे समय से नजर थी। राजनैतिक लोगों को साथ लेकर ये पूरा षडयंत्र का जाल बुना गया। बिल्डर ने ऐसे पुलिस कर्मी की तलाश की जो इस खेल में उसका साथ दे। पुलिस के आला अधिकारियों से साठगांठ कर दागी पुलिसकर्मी जितेंद्र कुमार को थाना जगदीशपुरा का चार्ज दिलाया गया। जितेंद्र कुमार ने वह सब किया जो बिल्डर और भूमाफिया चाहते थे। जमीन की देखभाल करने वाले रवि कुशवाह के परिवार के लोगों को एनडीपीएस और आबकारी अधिनियम के तहत झूठे केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया। ये लोग 102 दिन जेल में रहे फिर जमानत पर छूटकर आए।
कैबिनेट मंत्री का नाम आया सामने
करोड़ की प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जे के मामले में राजनीतिक घमासान भी शुरू हो गया है। इस प्रॉपर्टी के गेट पर योगी सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय का नाम भी सामने आया है। रवि कुशवाह के भतीजे मोहित ने बताया कि गेट पर मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के नाम का बोर्ड लगवाया गया था। इसके बाद ये बोर्ड काले रंग से पुतवा दिया गया। इधर फतेहपुर सीकरी से सांसद राजकुमार चहर भी मैदान में उतर आए हैं। सोमवार को राजकुमार चहर युक्त जमीन पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में चाहे कोई राजनीतिक रसूख या किसी भी स्तर का व्यक्ति भूमाफियाओं और बिल्डरों का साथ दे रहा है, उसके खिलाफ वह कार्रवाई करेंगे।