मंगल के अलावा भी और कहां रह सकते हैं इंसान? नासा ने सोचा है बहुत कुछ, आपको क्या लगता है?
पृथ्वी से बाहर इंसान के बसने की संभावनाओं का जिक्र होने पर एक ही ग्रह का नाम लिया जाता है. वह है मंगल ग्रह पर क्या केवल मंगल ग्रह ही ऐसा ग्रह है जहां इंसान बस सकते हैं? क्या मंगल के अलावा कोई और ऐसी जगह नहीं है जो इंसानों के लिए अनुकूल हो सके? जहां वैज्ञानिक मंगल ग्रह पर लंबे अभियानों के साथ चंद्रमा पर इंसानों के लिए एक स्थायी बेस बनाने की भी कोशिशों में लगे हैं. इस तरह के सवालों का बार बार पूछा जाना हैरान नहीं करता है. आइए जानते हैं कि इस सवाल में वैज्ञानिक पहलू क्या कहता है.
इस विषय पर कई तरह के मत हैं. जहां बहुत से वैज्ञानिक और लोग यह मानते हैं कि दूसरे ग्रह क्या मंगल और चांद सहित पृथ्वी के बाहर कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां इंसान कॉलोनी नहीं बना सकता है. वहीं कई लोगों को कहना है कि इन्हीं दो जगहों पर इंसान कुछ समय के लिए रहना संभव बना सकता है.
मंगल ग्रह पर इंसान रह पाएगा इसके समर्थन में कई बाते हैं. यहां का गुरुत्व पृथ्वी से कम है, यहां एक दिन की लम्बाई पृथ्वी के दिन की तरह है. ठोस तल और पतले वायुमंडल में 98 फिसदी कार्बन डाइऑक्साइड कुछ चुनौतियों के साथ कई तरह की संभावनाएं पैदा करता है. तापमान में चरम विविधता, ऑक्सीजन की कमी, पानी की कमी, कई बाते हैं जो मंगल पर जीवन को बहुत ही कठिन बनाती हैं.
पर वैज्ञानिकों को मानना है कि मंगल पर जितनी कम चुनौतियां हैं वह किसी दूसरे पिंड में नहीं होंगीं. ऐसे में अगर मंगल की चुनौतियों को पार कर लिया जाए, जैसे की कार्बन डाइऑक्साइड से ही ऑक्सजीन बना ली जाए, तो मंगल इंसानों के लिए एक अच्छा ग्रह हो सकता है. एलन मस्क को मंगल पर कॉलोनी बसाने के लिए बड़ी योजनाएं बना चुके हैं.
मंगल के अलावा एक प्रबल दावेदार शुक्र ग्रह को बताया जाता है लेकिन इसके साथ बहुत सारी कठिन चुनौतियां हैं. वैज्ञानिक यह मानते हैं आज शुक्र ग्रह पर हालात जीवन के बहुत ही प्रतिकूल हैं. यहां की सतह बहुत गर्म है, वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की सतह की तुलना में 6500 गुना से भी अधिक है, हवा में सल्फ्यूरिक एसिड के बादल हैं. लेकिन फिर भी वैज्ञानिक कहते हैं कि अगर शुक्र ठंडा होना शुरू हो जाए तो हालात तेजी से बदल सकते हैं.