Budget 2024: सातवीं बार बजट पेश करेंगी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, ऐसा बनाया नया रिकॉर्ड

बजट की तारीखों का ऐलान हो चुका है. जुलाई के आखिरी हफ्ते में 23 तारीख को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में पूर्ण बजट पेश करेंगी. इस बजट से आम जनता, बिजनेस करने वाले, सैलरीड क्लास और स्टूडेंट्स को काफी उम्मीदें हैं. वैश्विक मंदी के संकेतों के बीच पेश होने वाले इस बजट में घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ रोजगार पैदा करने पर फोकस हो सकता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को सातवीं बार बजट पेश करके नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगी. इससे पहले भी उनके नाम पर कई रिकॉर्ड दर्ज हैं.
ऐसे बनेगा नया रिकॉर्ड
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी. यह बजट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तीसरी सरकार की प्राथमिकता और विकसित भारत की दिशा तय करेगा. वित्त मंत्री सीतारमण ने 1 फरवरी 2024 को लोकसभा में अंतरिम बजट पेश किया था. 23 जुलाई को सीतारमण लगातार सातवां बजट पेश करके वित्त मंत्री सीतारमण एक नया रिकॉर्ड बनाएंगी. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री रहते हुए लगातार छह बार बजट पेश किया था. अब तक किसी भी वित्त मंत्री ने लगातार इतने बजट पेश नहीं किए हैं. इस मामले में वह मोरारजी देसाई के छह बजट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगी. इससे पहले सीतारमण ने 2019 और 2024 के दो अंतरिम बजट और चार पूर्ण बजट पेश किए हैं.
पहली महिला वित्त मंत्री
सीतारमण के नाम मोदी सरकार में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए मंत्री के रूप में शामिल होने वाली पहली महिला बनने का रिकॉर्ड भी है. अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं. 2017 में पहली महिला रक्षा मंत्री बनी. इससे पहले वह उद्योग और वाणिज्य मंत्री थीं. अरुण जेटली (वित्त मंत्री 2014-19) के बीमार होने पर सीतारमण ने 2019 के आम चुनाव के बाद नव निर्वाचित मोदी सरकार में वित्त विभाग का प्रभार संभाला था.
सबसे लंबी स्पीच
2020 में निर्मला सीतारमण ने सबसे लंबा बजट भाषण दिया था, जो दो घंटे चालीस मिनट तक चला था. उस बजट में LIC IPO और नए इनकम टैक्स स्लैब की घोषणा की गई थी. 2019 में भी उनका भाषण दो घंटे सत्रह मिनट लंबा था.
राजनीति में आने से पहले कॉरपोरेट का हिस्सा थीं वित्त मंत्री
राजनीति में आने से पहले सीतारमण ब्रिटेन में कॉरपोरेट जगत का हिस्सा थीं, जहां वह अपने पति परकला प्रभाकर के साथ रह रही थीं. दोनों की मुलाकात जेएनयू में पढ़ाई के दौरान हुई और 1986 में दोनों ने शादी कर ली. उनकी एक बेटी परकला वांगमयी है. उन्होंने हैदराबाद में सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी स्टडीज की उप निदेशक के रूप में कार्य किया. शहर में एक स्कूल भी शुरू किया. वह 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रहीं.

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