3 बार दिल्ली दौड़े CM मोहन यादव, फिर लगी कैबिनेट पर मुहर, आज ये 28 विधायक लेंगे शपथ

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के मंत्रिमंडल का आज विस्तार होने जा रहा है. नई सरकार में 28 विधायकों के मंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक दस विधायकों को फोन कॉल भी चला गया है. विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आए थे और दस दिन के बाद 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ डा. मोहन यादव ने ली और उनके साथ राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा ने उपमुख्यमंत्री बने लेकिन सरकार गठन दो सप्ताह बाद अब जाकर सोमवार को हो रहा है.

मध्यप्रदेश में ये सभी लोग मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं:-

1-प्रदुम्न सिंह तोमर
2-तुलसी सिलावट
3-एदल सिंह कसाना
4-नारायण सिंह कुशवाहा
5-विजय शाह
6-राकेश सिंह
7-प्रह्लाद पटेल
8-कैलाश विजयवर्गीय
9-करण सिंह वर्मा
10-संपतिया उईके
11-उदय प्रताप सिंह
12-निर्मला भूरिया
13-विश्वास सारंग
14-गोविंद सिंह राजपूत
15-इंदर सिंह परमार
16-नागर सिंह चौहान
17–चैतन्य कश्यप
18-राकेश शुक्ला राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
19-कृष्णा गौर
20-धर्मेंद्र लोधी
21-दिलीप जायसवाल
22-गौतम टेटवाल
23- लेखन पटेल
24- नारायण पवार
राज्यमंत्री –
25–राधा सिंह
26-प्रतिमा बागरी
27-दिलीप अहिरवार
28-नरेन्द्र शिवाजी पटेल

मध्य प्रदेश के 20 साल के सियासी इतिहास में पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी को इतना समय लगा है. सीएम पद की शपथ लेने के बाद डा. मोहन यादव को तीन बार भोपाल से दिल्ली की दौड़ लगानी पड़ी और शीर्ष नेतृत्व के साथ राय-मशवरा करने के बाद जाकर मंत्रिमंडल के लिए नए नाम फाइनल हो सके हैं. इस तरह चुनावी नतीजों के 22 दिन और मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के 12 दिन बाद मध्य प्रदेश कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है.

सीएम का पहला दिल्ली दौरा

डा. मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और उसके बाद उनका पहला दिल्ली दौरा 17 दिसंबर को हुआ. सीएम मोहन यादव ने 17 दिसंबर को दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुई बैठक में शिरकत किया. इस बैठक में प्रहलाद पटेल, ज्यातिरादित्य सिंधिया सहित मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता शामिल हुए थे, जिसमें मंत्रिमंडल को लेकर विचार-मंथन किया गया. किन नेताओं को कैबिनेट में शामिल करना है, उन नामों पर चर्चा हुई.

सीएम का दूसरा दिल्ली दौरा

सीएम मोहन यादव दूसरी बार दिल्ली दौरे पर 21 दिसंबर यानि गुरुवार को पहुंचे. इस दौरान सीएम के साथ दोनों डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा भी दिल्ली गए थे. सीएम डा. मोहन यादव ने अपने दो डिप्टी सीएम के साथ शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद शुक्रवार रात भोपाल लौट आए थे, लेकिन यह दौरान उनका तब हुआ था जब शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली बुलाया गया था और उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात की थी.

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सीएम का तीसरा दिल्ली दौरा

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव पिछले शुक्रवार को भोपाल पहुंचे, लेकिन दूसरे दिन ही यानि 23 दिसंबर शनिवार को फिर से दिल्ली आए. शनिवार को मुख्यमंत्री मोहन ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में शिरकत किया और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अलग मुलाकात की. इसके बाद रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर अनुराग ठाकुर और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मिले. रविवार को जेपी नड्डा से मुलाकात किया और मंत्रिमंडल गठन को लेकर फाइनल मुहर लगने के बाद रविवार को ही भोपाल पहुंचते कैबिनेट गठन की तारीख और समय तय कर दिया.

मंत्रिमंडल की फाइनल मुहर लगी

सीएम मोहन यादव ने तीन बार दिल्ली दौड़ लगाकर मंत्रिमंडल के नाम पर फाइनल मुहर लगवा लिया. मंत्रिमंडल को लेकर बताया जा रहा है कि दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व द्वारा फाइनल हुए नामों में सभी गुट को तवज्जे दी गई है. शिवराज सिंह चौहान से लेकर सिंधिया खेमे तक को साधा गया है. इसके अलावा जातीय और क्षेत्रीय बैलेंस बनाने की कोशिश की गई है. बीजेपी ने वरिष्ठ और नए चेहरों को कैबिनेट में जगह देकर 2024 के चुनाव के लिए मजबूत सियासी आधार तय किया है. माना जा रहा है कि मोहन यादव कैबिनेट में 28 मंत्रियों को शामिल किए जाने का प्लान है, जिसमें 18 कैबिनेट, 4 राज्यमंत्री और 6 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हो सकते हैं.

20 साल में ऐसा पहली बार

बता दें प्रदेश में 2019 से 2020 के डेढ़ साल के कार्यकाल को छोड़ देते हैं तो 2003 से प्रदेश की सत्ता में बीजेपी काबिज है. बीते चार चुनाव में बीजेपी पहले ही सीएम का चेहरा घोषित कर दिया करती थी. विधानसभा चुनाव जीतने के साथ ही सीएम के साथ कई मंत्री भी शपथ लिया करते थे, लेकिन यह पहली बार हुआ कि इस चुनाव में बीजेपी ने सीएम चेहरा घोषित नहीं किया. चुनाव नतीजों के बाद साढ़े 16 साल तक प्रदेश की कमान संभालने वाले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर डॉ. मोहन यादव को सीएम बना दिया और अब मंत्रिमंडल को लेकर मुख्यमंत्री को दिल्ली दौड़ लगानी पड़ी. इस तरह चुनावी नतीजों के 22 दिन और मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के 12 दिन बाद मध्य प्रदेश कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है.

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