क्या आप भी अपने बच्चे के साथ में ये हरकत करते हैं? आपकी इस हरकत की वजह से पल भर में जा सकती है बच्चे की जान.

बच्चे हमारे घर की रौनक और शान होते हैं घर के आंगन में बच्चों का खेल खिलौना सभी को पसंद आता है। कहते हैं घर में अगर बच्चे ना हो तो घर की रौनक चली जाती है। ऐसे में घर के अंदर मौजूद परिवार के अन्य सदस्य अपना प्यार दिखाने के लिए बच्चों के साथ में अलग-अलग तरह से खेलते हैं। अलग-अलग तरह की हरकतें करते हैं। कई बार लाड प्यार में अपने बच्चे को हवा में उछालने का काम भी करते हैं।

 आपने देखा होगा कि बच्चों को अक्सर हवा में उछल ना बहुत पसंद आता है। अगर आप बार-बार बच्चे को हवा में उछालते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अगर ऐसा बर्ताव बच्चे के साथ करते हैं तो वह आपके बच्चे के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। इससे आपके बच्चे के ब्रेन पर तो असर पड़ेगा ही साथ में आपके बच्चे की जान भी जा सकती है। आपका बच्चा शेकैन बेबी सिंड्रोम का भी हो सकता है। बच्चे को हवा में उछाल ना आपके बच्चे के दिमाग पर बहुत गलत असर डाल सकता है।

हवा में उछालने से हो सकता है ये नुकसान

बच्चे कुछ जब आप हवा में उछालते हैं तो इस पर डॉक्टर का मानना है कि जब बच्चा हवा में उछलता है तो उसका सिर पीछे की तरफ चला जाता है। ऐसे में उसका ब्रेन मूव हो सकता है। दिमाग के अंदर इन्फ्लेमेशन का खतरा बढ़ सकता है। आपके बच्चे के ब्रेन की ग्रोथ भी इससे रुक सकती है। इसके अलावा न्यूरोलॉजिकल बीमारी होने का खतरा भी बन जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चे के अंदर मौजूद इन सब बीमारियों का आप आसानी से पता भी नहीं लगा सकते है।

क्या है डॉक्टर की राय

बच्चों को दिल में दिमाग से तो बहुत ही नाजुक कहा जाता है। बच्चों के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उनका दिमाग होता है। इसके अलावा बच्चे बहुत ही नाजुक होते हैं। 2 साल से कम उम्र के बच्चों की गर्दन की हड्डी तक कमजोर और बहुत लचीली होती है। बच्चे अपने शरीर का नियंत्रण ठीक से रखना भी नहीं जानते हैं। इन सब परिस्थितियों के बाद अगर आप बच्चे को हवा में उछालते हैं तो उसके दिमाग का डैमेज होने का खतरा बन सकता है। और बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है।

 इस पर डॉ कहते हैं कि छोटे बच्चे का फिर उनके शरीर से कहीं ज्यादा बड़ा होता है। इसीलिए हवा में जब भी बच्चे को कोई भी कुछ आता है। सारा प्रेशर उसके दिमाग पर ही पड़ता है। इसके लिए बच्चे के अंदर कई तरह की चोट भी लग जाती है। वह चोट ऐसी होती है कि किसी को दिखाई भी नहीं देती है। लेकिन बच्चे को अंदर ही अंदर से बहुत खतरनाक बना देती है।

शेकेन बेबी सिंड्रोम के लक्षण

इस बीमारी के अंतर्गत बच्चे चिड़चिड़ी प्रवृत्ति के हो जाते हैं बच्चों को सांस लेने में समस्या होती है। उल्टी आना,बेहोश होना, शरीर का पीला पड़ना यह सब समस्या भी बन जाती है। बच्चे कोमा या लकवा भी मार सकता है। हड्डी और पसलियों में फेक्चर और आंखों के अंदर से ब्लीडिंग होना शुरू हो जाती है।

उपाय

इस बीमारी के लक्षण अगर आपको बच्चे के अंदर दिखाई दे तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह के अनुसार आपको अपने बच्चे को हवा में उछालने से बचना चाहिए क्योंकि यह आपके बच्चे के लिए सही नहीं होता है।

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