अमेरिका में मिली ‘नौकरी’, दिल्ली से सीमैन बुक लेकर पहुंचे इस्तांबुल, वहां हुआ कुछ ऐसा, बीच रास्ते बर्बाद हुई जिंदगी
सविंदर पाल सिंह और गगनप्रीत सिंह को मैक्सिको की एक कंपनी में सीमैन की नौकरी मिल गई थी. मैक्सिको में नौकरी मिलने का जश्न परिवार से होते हुए पूरे गांव तक फैल गया था. सविंदर और गगनप्रीत को हर कोई विदेश में नई नौकरी की बधाई दे रहा था. दोनों ही परिवारों के सदस्य इस आस के साथ सविंदर और गगनप्रीत को मैक्सिको भेजने की तैयारियों में जुट गए कि अब जिंदगी की तमाम परेशानियों से जल्द ही पार लगने वाला है.
देखते ही देखते 17.09.2021 की तारीख भी आ गई, जिस दिन दोनों को मैक्सिको के लिए रवाना होना था. उस दिन लगभग पूरा टब्बर उन दोनों को छोड़ने दिल्ली एयरपोर्ट आया था. हंसी खुसी दोनों को विदा करने के बाद सभी एयरपोर्ट से घर के लिए मुड़ लिए. वहीं, सविंदर और गगनप्रीत ने भी अपनी निर्धारित फ्लाइट में सवार हो गए. दोनों को दोहा से इस्तांबुल होते हुए मैक्सिको के लिए रवाना होना था. देखते ही देखते दोहा और फिर इस्तांबुल तक का सफर पूरा हो गया.
जांच में फर्जी मिली सीमैन बुक और फिर…
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी ऊषा रंगनानी के अनुसार, इस्तांबुल में दस्तावेजों की जांच के दौरान इमीग्रेशन अधिकारियों ने पाया कि सविंदर और गगनप्रीत की सीमैन बुक फर्जी है. जिसके बाद, दोनों को दोहा के रास्ते दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए डिपोर्ट कर दिया गया. वहीं आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचते ही सविंदर और गगनप्रीत के खिलाफ आईपीसी की धारा 420/468/471 और पासपोर्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया.