IRCTC: सीनियर सिटीजन को ट्रेन में फ्री मिलती हैं ये सुविधाएं, अधिकत्तर लोगों को नहीं है जानकारी
ट्रेन से एक शहर से दूसरे शहर और एक राज्य से दूसरे राज्य में जाना बेहद ही आसान होता है। ट्रेन से सफर करना सुरक्षित और सस्ता भी होता है।
आज के समय में भारत के लगभग हर हिस्से में ट्रेन के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है। ट्रेन में सफर करना आसान होने के साथ-साथ कई सुविधाएं भी मिलती हैं। इसलिए भारतीय रेलवे (Railway news) को देश का लाइफलाइन भी माना जाता है।
ट्रेन में हर उम्र के लोग सफर करते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि ट्रेन में बुजुर्ग लोगों (elderly people in train) कौन-कौन सी बेहतरीन सुविधाएं मिलती हैं? इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि बुजुर्ग लोग (सीनियर सिटीजन) ट्रेन में किन-किन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
सीनियर सिटीजन का मतलब क्या है? (Senior citizen in train)
यह जानना बहुत जरूरी है कि भारतीय रेलवे किन लोगों को सीनियर सिटीजन मनाता है। दरअसल, भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार (As per Indian Railways rules) यह कहा जाता है कि 60 वर्ष के पुरुष और 45 साल से अधिक उम्र की महिला सीनियर सिटीजन यानी वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में आते हैं।
कहा जाता है कि पुरुष वरिष्ठ नागरिकों के लिए 40 प्रतिशत और महिला वरिष्ठ नागरिकों के लिए करीब 50 प्रतिशत की छूट मिलती है। यह छूट मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, जनशताब्दी आदि ट्रेनों में मिलती हैं।
लोअर बर्थ की सुविधा मिलती है? (Senior citizen berth quota)
वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन में मिलने वाली कई सुविधाओं में से लोअर बर्थ की सुविधा मिलता एक प्रमुख सुविधा है। इस सुविधा के तहत अगर सीनियर सिटीजन टिकट लेते हैं तो अपने लिए लोअर बर्थ की सुविधा अलॉट कर सकते हैं।
दरअसल, जब भी टिकट फॉर्म भरा जाता है और नाम से साथ उम्र लिखा जाता है उसके साथ ही आप लोअर बर्थ का चुनाव कर सकते हैं। इसके तरह रेलवे द्वारा लोअर बर्थ अलॉट कर दिया जाता है। यह सुविधा पुरुष और महिला दोनों के लिए होती है। (भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन)
क्या मरीज को ट्रेन में सुविधा मिलती है? (Senior citizen quota for patients)
ट्रेन में हर दिन लाखों मरीज यात्रा करते हैं। ऐसे में अगर बुजुर्ग पुरुष या महिला किसी बीमारी से पीड़ित है और ट्रेन के माध्यम से किसी अन्य शहर में डॉक्टर से दिखाने जाना है, तो लभग उठा सकते हैं।
कहा जाता है कि अगर किसी बीमारी से पीड़ित सीनियर सिटिजन यात्रा करता है, तो टिकट रिजर्वेशन के समय अन्य लोगों के मुकाबले उन्हें जल्दी से सीट मिल जाती है। इसके तहत लोअर बर्थ भी बुक करवा सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं को भी मिलती है ये सुविधा
रेलवे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, सीनियर सिटीजन्स में 45 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को स्लीपर कैटेगरी में 6 लोअर बर्थ रिजर्व है. इसके साथ ही 3एसी में प्रत्येक कोच में चार से पांच लोअर बर्थ, 2AC में प्रत्येक कोच में तीन से चार लोअर बर्थ को निर्धारित किया गया है.
क्या ट्रेन में व्हील चेयर की सुविधा मिलती है?
देश के लगभग हर छोटे और बड़े रेलवे स्टेशनों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्हील चेयर की सुविधा (wheel chair facility) रहती है। अगर वरिष्ठ नागरिक पैदल चलने में असमर्थ है, तो रेलवे सम्बंधित अधिकारी या स्टेशन मास्टर को सूचित कर सकता है कि मुझे व्हील चेयर की जरूरत है।
जब व्यक्ति रेलवे सम्बंधित अधिकारी या स्टेशन मास्टर को व्हील चेयर के लिए सूचित करता है, तो रेलवे स्टाफ व्हील चेयर लेकर हाजिर हो जाता है। व्हील चेयर को आप ऑनलाइन भी बुक करवा सकते हैं। हालांकि, व्हील चेयर स्टाफ को थोड़ा बहुत पैसा देना पड़ सकता है।
नोट: आप सीनियर सिटीजन की उम्र में आते हैं या नहीं, इसके लिए आपके पास राज्य सरकार या भारत सरकार द्वारा जारी प्रमाण पत्र होना चाहिए। ट्रेन में आयु प्रमाण पत्र मांगा जाता है।