J&K में बंट रही पाक से आए ‘खास सामान’ की पुड़िया, आतंकियों के लिए जमकर हुई वसूली, खुलासे के बाद हुआ यह बड़ा एक्शन
धारा 370 हटने के बाद जम्मू और कश्मीर में न केवल एक नए दौर की शुरूआत हुई है, बल्कि घाटी में रोजाना तरक्की की एक नई इबारत लिखी जा रही है. वहीं, घाटी में हो रहा यह बदलाव कंगाल पाकिस्तान को पसंद नहीं आ रहा है. घाटी में हो रही इस तरक्की की राह में रोड़ा अटकाने के लिए पाकिस्तान ने एक नई साजिश रची है. पाकिस्तान अपनी इस नापाक साजिश को अंजाम देने के लिए एक बार फिर घाटी के नौजवानों को ही अपना निशाना बनाया है.
गनीमत रही कि जम्मू और कश्मीर को लेकर रची जा रही इस साजिश की भनक समय रहते सुरक्षा एजेंसियों को लग गई. पूरे मामले की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी को दी गई. जांच के दौरान, 15 ऐसे लोगों की पहचान की गई, जो लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को मदद मुहैया करा रहे थे. अब तक की कार्रवाई में एनआईए ने 12 आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है. इसके अलावा, एनआईए ने जांच के दायरे में आने वाले सभी आरोपियों की संपत्ति को भी जब्त कर रही है.
एनआईए ने इस कार्रवाई की शुरूआत कुपवाड़ा जिले की हंदवाड़ा तहसील से की है. एजेंसी ने हंदवाड़ा में चार आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क किया गया है, जिसमें यूए (पी) अधिनियम की धारा 25 के तहत 2.27 करोड़ रुपये की नकदी भी जब्त की गई है. जब्त की गई अचल संपत्तियों में आरोपी अफाक अहमद वानी का दो मंजिला मकान, मुनीर अहमद का एक मंजिला मकान, सलीम अंद्राबी का घर और इस्लाम उल हक का दो मंजिला मकान भी शामिल है. अन्य आरोपियों पर जल्द कार्रवाई की तैयारी है.
घाटी में नार्को टेरर नेक्सस तैयार करना चाहता है पाकिस्तानएनआईए ने तफ्तीश में पता चला कि पाकिस्तान साजिश के तहत जम्मू और कश्मीर में एक ऐसा नार्को टेरर नेक्सस तैयार करना चाहता था, जिससे वह घाटी के नौजवानों के रुपयों का इस्तेमाल कर उन्हीं की जिंदगी को बर्बाद कर सके. साथ ही, इन रुपयों का इस्तेमाल लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को आर्थिक और हथियारों की मदद मुहैया कराने के साथ-साथ आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए भी किया जा सके. अपने इन्हीं नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए पाकिस्तान ने एक ‘खास सामान’ घाटी में भेजा था.