केके पाठक के रडार से बचना नामुमकिन है, बिहार में पकड़ा गया ‘मुंबइया’ मास्टर
बिहार में बीपीएससी की ओर से दूसरे चरण में चयनित शिक्षकों की ज्वाइनिंग की प्रक्रिया जारी है। इसी बीच बिहार के कटिहार में एक फर्जी शिक्षक की गिरफ्तारी हुई। दरअसल, कटिहार में शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मियों की ओर से सभी सफल अभ्यर्थियों के चेहरे और अंगूठे का मिलान किया जा रहा था। इसी दौरान एक शिक्षक के अंगूठे का मिलान न होने पर उस पर संदेह हुआ। कड़ाई से जब उससे पूछताछ की गई तो उसने खुद राज से पर्दा उठा दिया। इसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी हैरान हो गए।
मधुबनी जिले के रहने वाला है फर्जी शिक्षक
कटिहार में पकड़ा गया फर्जी शिक्षक की पहचान मधुबनी जिले के फुलपरास थाना क्षेत्र के सुग्गापट्टी गांव निवासी ओंकार नाथ भिंडवार की के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने बताया कि वह खुद परीक्षा नहीं दी थी। वह मुंबई में काम करता है। दरभंगा के परीक्षा केंद्र में किसी और ने उसकी जगह परीक्षा दी थी। अधिकारियों के सामने उसने स्वीकार किया कि फॉर्म भरने के बाद वह मुंबई चला गया था। रिजल्ट आने के बाद वह मुंबई से वापस आया और अररिया में ट्रेनिंग भी लिया।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मामला का खुलासा होने के बाद फर्जी शिक्षक ओंकार नाथ भिंडवार पकड़े जाने डर से भागने लगा। हालांकि मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने दौड़कर उसे पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि जांच के दौरान जब इस व्यक्ति के थंब इंप्रेशन और चेहरे का मिलान नहीं हुआ। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने उसे रोक दिया। इसके बाद इस बात की जानकारी पदाधिकारियों को दी गई। बाद में पूछताछ के बाद उसे पकड़ लिया गया।
कई जिलों से आये हैं ऐसे मामले
कटिहार डीपीएम रूबी कुमारी ने बताया कि थंब इंप्रेशन के मिलान में एक मामला सामने आया है। मिलान नहीं होने के बाद फर्जी शिक्षक को पकड़ा लिया गया। आगे की कार्रवाई की जा रही है। ऐसे नहीं है कि यह कोई पहला मामला है। इससे पहले भी कई जिलों से इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जहां कई फर्जी शिक्षक पकड़े गए हैं।