गाजियाबाद में रहने वाले लोग रहे सतर्क…!COD के नाम से कहीं आप भी ठगी का ना हो जाए शिकार
हाल ही में कुछ सालों से ऑनलाइन डिलीवरी की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, और ऐसे में बहुत सी छोटी-छोटी और बड़ी-बड़ी कंपनियाँ होम डिलीवरी की सुविधा लोगों के लिए प्रदान कर रही हैं। इसके साथ ही, बहुत से ठगी करने वाले लोग भी एक्टिव हो गए हैं, जो लोगों को ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर चूना लगा रहे हैं। इसी प्रकार का एक मामला कवि नगर थाना क्षेत्र में सामने आया है।
क्या है ठगी का ये मामला
राजनगर के एक व्यापारी अनिल गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार के दिन शाम को दो युवक उनके घर पर बाइक से आ गए। उन्होंने सुरक्षा गार्ड को एक कोरियर दिखाया जिस पर व्यापारी अनिल गुप्ता की बहुत साक्षी का नाम लिखा हुआ था। दोनों युवकों ने बताया कि साक्षी ने अमेज़ॅन से कुछ ऑनलाइन आर्डर किया है।
साक्षी उस समय घर पर मौजूद नहीं थी, इसलिए सास ने बहू साक्षी का कोरियर प्राप्त कर लिया। कोरियर लड़कों ने 1500 रुपए प्राप्ति के लिए चार्ज लिया। जब शाम को साक्षी घर आई, तो वह खुद कोरियर की बात सुनकर हैरान हो गई।
उन्होंने अपनी सास को बताया कि मैंने ऐसा कुछ भी आर्डर नहीं किया। जब उन्होंने उस कोरियर को खोला, तो उसमें एक मटमैला कलर का कपड़ा मिला। इस पर वे लोग ने ऑनलाइन पुलिस कंप्लेंट दर्ज करवाई। बाइक सवार उन दोनों युवकों का सीसीटीवी फुटेज निकलवाया।
ऑनलाइन ठगी से कैसे बचे
यदि आपने किसी ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से कोई आर्डर किया है, तो वहाँ से आपको कंपनी की तरफ से पहले संदेश मिलेगा जिसमें बताया जाएगा कि आर्डर कहां तक पहुंचा है। इसमें आर्डर का नंबर, रेफरेंस नंबर, फोन नंबर और अन्य सभी जानकारी शामिल होती है। इसलिए, आपको इसे पहले से चेक कर लेना चाहिए।
यदि आपने किसी डिलीवरी बॉय को आर्डर नहीं दिया होता, और फिर भी वह आपके पास ऑर्डर लेकर आता है, तो आप उसके साथ किसी भी तरह के लेन-देन का नहीं होना चाहिए।
जब डिलीवरी बॉय खुद आपको कस्टमर केयर का नंबर बताता है या आपसे किसी की बात करवाने के लिए फोन करता है, तो ऐसी स्थिति में आपको समझना चाहिए कि कुछ गलत हो रहा हो सकता है, इसलिए थोड़ा सतर्क रहना चाहिए।
यदि किसी ऑनलाइन आर्डर को वापस करने के लिए ओटीपी की मांग की जा रही है, तो आपको उसे देने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि ऑर्डर को कैंसिल करने के लिए ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती है। कई बार ओटीपी प्रदान करने से आपके बैंक खाते पर प्रभाव पड़ सकता है।
आरबीआई कहता है कि फोन पर आने वाले ओटीपी को किसी के साथ कभी भी शेयर नहीं करना चाहिए। यदि आपको एक डिलीवरी व्यक्ति आपके साथ कन्वर्सेशन करने की कोशिश करता है, तो आप उसे मना कर सकते हैं। यदि वह मानने से इनकार करता है, तो आप उसे पुलिस स्टेशन जाने के लिए कह सकते हैं या फिर अपनी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कर सकते हैं।