चट्टान का टुकड़ा नहीं, ये है 2000 साल पुराना गांव, रातों-रात हुआ था खाली, जो हाथ में आया वो लेकर भागे लोग!
दुनिया में कई ऐसी अनोखी जगहें हैं जिसका इतिहास बेहद पुराना है. पर पुराना इतिहास होने के बावजूद इंसान उन जगहों की कद्र नहीं करता और उन्हें मिट्टी में मिला देता है. ऐसा ही कुछ पुर्तगाल (Drowned Village of Portugal) के एक गांव के साथ हुआ. पुर्तगाल में मिन्हो प्रांत में जब पानी नीचे जाता है, तो कई चट्टानें नजर आती हैं. आपको देखकर लगेगा कि वो सिर्फ पत्थर के टुकड़े हैं, पर सच तो ये है कि वो 2000 साल पुराना एक गांव है, जिसे इंसानों ने अपने मतलब के लिए नष्ट कर दिया.
एटलस ऑब्सक्योरा वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी पुर्तगाल में Vilarinho da Furna नाम का एक गांव था जो 2000 साल पुराना बताया जाता था. 1972 में इस गांव को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया. हुआ यूं कि इस गांव के पास होमम नदी बहती थी जिसपर 1967 में एक बांध बनाने का कार्य शुरू हुआ. इस बांध के जरिए इलाके में बहुत बड़ा हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी का प्रोजेक्ट शुरू किया जाना था, जिससे इलाके में बिजली सप्लाई की जाती.
आखिरी वक्त में 300 लोग रहते थे
इलाके के लोगों ने इसका विरोध किया तो पुर्तगाल इलेक्ट्रिसिटी कंपनी ने लोगों को उनका घर छोड़कर जाने के लिए कुछ रुपये दिए. ये रुपये इतने कम थे कि उनकी जरूरतें भी नहीं पूरी हो सकती थीं. दरअसल, बांध से पानी छोड़े जाने पर नदी का जल स्तर बढ़ता, जिससे गांव पूरी तरह डूब जाता. बस यही डर दिखाकर गांव में रह रहे 300 लोगों को वहां से भगाया गया. जब सही में पानी बढ़ा, तो वो रातों-रात गांव छोड़कर भागे, उनके हाथ जो लगा, वो लेकर वहां से चले गए. 1972 में इस गांव के आखिरी निवासी ने गांव खाली कर दिया और अब ये गांव पूरी तरह पानी में डूबा है.
टूरिस्ट स्पॉट बन गई है ये जगह
लोगों का मानना है कि ये गांव 1 ईसा पूर्व में रोमन लोगों द्वारा बसाया गया था. आज जब डैम का पानी नीचे जाता है, तो इस गांव के दरवाजे, पत्थर आदि दिखाई देने लगते हैं. इस गुम हुए शहर पर एक म्यूजियम पास में ही बनाया गया. अब यहां टूरिस्ट्स को भी घुमाने ले जाया जाता है. ट्रांसपेरेंट नाव से लोगों को इस जगह पर घुमाया जाता है.