PM मोदी ने NDA के चुनावी अभियान की शुरुआत के लिए मेरठ को क्यों चुना? समझिए मायने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ से एनडीए के चुनावी अभियान की शुरुआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने जमकर विपक्षी पार्टियों, परिवारवाद और भ्रष्टाचार पर हमला बोला. साथ ही अपने दस सालों के कार्यकाल के दौरान किए गये विकास और प्रगति की बात कही. प्रधानमंत्री की मेरठ की रैली इस कारण भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इस रैली में एनडीए के घटक दल और की अन्य पार्टियों के नेताओं के साथ-साथ आरएलडी के नेता जयंत चौधरी भी उपस्थित थे.

लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम यूपी क्षेत्र में बीजेपी-आरएलडी गठबंधन हुआ था.यह पहली बार था और जब पीएम मोदी और जयंत चौधरी एक साथ मंच साझा किया था. साल 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा द्वारा रालोद को पूरी तरह से हराने के लगभग एक दशक बाद यह संयुक्त रैली हुई, लेकिन इस रैली में भाजपा और रालोद एक साथ थे.

बता दें कि इससे पहले 2014 और 2019 में भी पीएम मोदी ने मेरठ से ही चुनाव प्रचार का आगाज किया था और पीएम मोदी ने अपने भाषण में भी इसका उल्लेख करते हुए इसका कारण भी बताया. उन्होंने कहा कि मेरठ क्रांतिकारियों की धरती है. यह वीरों की धरती है और मोदी पर कितने भी हमले विपक्षी कर लें, लेकिन वह भ्रष्टाचार के खिलाफ रूकने वाले नहीं हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में दंगों की बात कही और कहा कि यह चुनाव कर्फ्यू और कांवड़ यात्रा का चुनाव है.

मेरठ मे जाटों-गुर्जरों की बड़ी आबादी

दूसरी ओर, मेरठ राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है. यह एक ऐसा निर्वाचन क्षेत्र है, जिसमें जाटों और गुर्जरों की एक बड़ी आबादी है, ये दो समुदाय हैं, जिन्हें भाजपा एकजुट करने की कोशिश कर रही है और इसका इस्तेमाल पूरे क्षेत्र में एक संदेश भेजने के लिए किया गया. पीएम मोदी, सीएम योगी और जयंत चौधरी ने अपने भाषण में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भी जिक्र किया.

हाल में केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम और जयंत चौधरी के दादा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न पुरस्कार देने की घोषणा की. उसके बाद रालोद भाजपा नीत राजग में शामिल हो गया था. सीएम योगी और जयंत चौधरी ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया.

सूत्रों का कहना है कि जयंत चौधरी ने अपना अभियान बागपत और बिजनौर सहित कई संसदीय सीटों पर चुनावी प्रचार शुरू कर दिया है, जहां से उनकी पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी.

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा-अरुण गोविल उम्मीदवार

2019 के लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी ने मेरठ से चुनावी सभा की शुरुआत की थी. तब भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र अग्रवाल ने सपा समर्थित बसपा उम्मीदवार हाजी याकूब कुरेशी को 5,000 से भी कम वोटों के मामूली अंतर से हराकर सीट हासिल करने में कामयाबी हासिल की थी.

इस बार बीजेपी ने सिने अभिनेता अरुण गोविल को मैदान में उतारा है, जिन्होंने लोकप्रिय टीवी धारावाहिक रामायण में राम की भूमिका निभाई थी. हाल में ही राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई है और राममंदिर के निर्माण को बीजेपी देश के सांस्कृतिक उत्थान से जोड़कर देख रही है. ऐसे में बीजेपी ने मेरठ को एनडीए की पहली रैली के स्थान के रूप में चुना, क्योंकि यहां से सिने अभिनेता अरुण गोविल को चुनावी मैदान में उतारा है. रामायण के प्रसारण के दौरान अरुण गोविल की राम की भूमिका को लेकर काफी प्रशंसा मिली थी.

बीजेपी के आला नेता भी इस इलाके में करेंगे सभा

गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम योगी आदित्यनाथ सहित अन्य शीर्ष भाजपा नेताओं की रैलियों की भी योजना बनाई जा रही है, ताकि विशेष रूप से पश्चिमी यूपी में चुनाव अभियान को तेज किया जा सके, जहां पहले तीन चरणों में मतदान होना है. बीजेपी के आला नेता इस इलाके में चुनावी सभा की योजना बना रहे हैं. यह 2022 के विधानसभा चुनावों के समान है, जब अमित शाह शाह ने कैराना से शुरुआत की थी.

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