रामलला प्राण प्रतिष्ठा: डोमराज परिवार के निमंत्रण पर विवाद, पीएम मोदी के प्रस्तावक के बेटे ने कर दी बड़ी आपत्ति
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में काशी के डोमराज परिवार को आज मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया। निमंत्रण मिलते ही इस पर अब विवाद शुरू हो गया है। राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद कई सदस्यों के साथ हरिश्चंद्र घाट स्थित शवदाह का कार्य करने वाले अनिल चौधरी को सपत्नीक आमंत्रण दिया। आमंत्रण की खबर आते ही मणिकर्णिका घाट स्थित पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त और 2019 में पीएम मोदी के प्रस्तावक रहे जगदीश चौधरी के परिजनों ने इस निमंत्रण पर सवाल खड़े कर दिए।
जगदीश चौधरी के बेटे ओम चौधरी ने कहा कि छह महीने पहले ही उनसे कहा गया था कि उनके परिवार को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलेगा। वहीं जिस अनिल चौधरी को निमंत्रण दिया गया है वो हमारे कर्मचारी हैं, परिवार के सदस्य नहीं हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र लेकर पहुंचे अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद ने हरिशचंद्र घाट स्थित अनिल चौधरी के आवास पर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए 1994 में भी राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े वरिष्ठ नेताओं ने तत्कालीन डोमराज के परिवार के साथ भोजन किया था। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए आज हमने डोमराज परिवार के सदस्य अनिल चौधरी के यहां आकर उन्हें सपत्नीक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया है।
‘निमंत्रण पत्र जिसे मिला वो हमारा कर्मचारी’
मरणोपरांत पद्मश्री पुरस्कार विजेता और पीएम मोदी के प्रस्तावक रहे डोमराज जगदीश चौधरी के बेटे ओम चौधरी को जैसे ही ये खबर मिली वह मीडिया के सामने आए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें 6 महीने पूर्व प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण देने की बात कही गई थी। हालांकि आज हरिश्चन्द्र घाट पर रहने वाले अनिल चौधरी को प्राण प्रतिष्ठा में सपत्नीक आने का निमंत्रण दिया गया है। अनिल चौधरी के बारे में ओम चौधरी ने बताया कि उनसे हमारे परिवार का कोई संबंध नहीं है, बल्कि अनिल चौधरी हमारा एक कर्मचारी है।