Ranji Trophy: बॉलर्स का बल्ले से कमाल, गेंद से भी बरपाया कहर, तमिलनाडु को रौंदकर फाइनल में मुंबई
41 बार की रणजी ट्रॉफी चैंपियन मुंबई की टीम एक बार फिर फाइनल में पहुंच गई है। मुंबई ने तमिलनाडु पर सेमीफाइनल मुकाबले में एक पाी और 70 रनों के बड़े अंदर से जीत हासिल की। मुंबई की टीम 47वीं बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। आखिरी बार टीम ने 2015-16 सीजन में खिताब जीता था। मुंबई के अलावा किसी अन्य टीम ने अभी तक 10 खिताब भी नहीं जीते हैं। फाइनल में मुंबई का सामना विदर्भ और मध्य प्रदेश के बीच हो रहे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
तमिलनाडु की बैटिंग फिर फेल
पहली पारी में फेल रहने वाली तमिलनाडु की बैटिंग दूसरी पारी में भी नहीं चली। मुंबई की घातक गेंदबाजी के सामने टीम की पारी 162 रनों पर सिमट गई। टॉप तीन बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को भी नहीं छू पाए। मध्यक्रम में बाबा इंद्रजीत (70) ने जरूर अर्धशतक लगाया लेकिन कोई अन्य बल्लेबाज उनका साथ नहीं निभा पाया। यही वजह रही कि तमिलनाडु को पारी से हार झेलनी पड़ी। प्रदोष पॉल ने 25 जबकि विजय शंकर ने 24 रनों का योगदान दिया। मुंबई के लिए शम्स मुलानी से 4 जबकि लिए जबकि शार्दुल ठाकुर, मोहित अवस्थी और तनुष कोटियन ने 2 विकेट लिए।
मुंबई को पहली पारी में 232 की बढ़त
इससे पहले मैच के तीसरे दिन मुंबई की पहली पारी 378 रनों पर सिमट गई थी। आखिरी विकेट के लिए तनुष और तुषार देशपांडे के बीच 88 रनों की साझेदारी हुई थी। पिछले मैच में शतक लगाने वाले नंबर 10 के बल्लेबाज तनुष ने 89 रनों की नाबाद पारी खेली। मुंबई ने 106 रन पर 7 विकेट खो दिए थे। लेकिन शार्दुल ठाकुर ने 109 रन बनाकर टीम को 350 के पार पहुंचने में मदद की। इससे पहले तमिलनाडु की पहली पारी सिर्फ 146 रनों पर सिमट गई थी। ऐसे में मुंबई को पहली पारी में 232 रनों की बढ़त मिली थी।