चीते से भी ज्‍यादा तेज दौड़ती हैं भारत की ये ट्रेनें, चंद सेकेंड में हो जाती हैं आंखों के सामने से गायब

इसमें कोई दोराय नहीं कि जब भारतीय परिवहन की बात आती है, तो ट्रेन को सबसे अच्‍छा और किफायती साधन माना जाता है। हालांकि, ऐसा हो भी क्यों न भारत का रेलवे नेटवर्क देश की जान जो है। यही तो एक बड़ी वजह भी है कि भारतीय रेलवे समय-समय पर न्यू टेक्‍नोलॉजी का उपयोग करके न केवल यात्रा को आसान बनाने में लगा हुआ है बल्कि विभिन्न स्थानों की दूरी कम करने के लिए ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की दिशा में भी लगातार काम कर रहा है।

हालांकि, इस मुहिम के तहत बीते कुछ सालों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ सालों में फास्‍टेस्‍ट ट्रेनों की शुरुआत की है। यह ट्रेन न केवल देश के प्रमुख शहरों को एक-दूसरे से जोड़ती हैं बल्कि तेज गति में भी चलती हैं। इनमें यात्रा करके आप अपनी मंजिल तक कुछ ही घंटों में पहुंच सकते हैं।हाई-स्पीड रेल लाइनों के निर्माण के लिए भारतीय रेलवे ने अभी तक 12 रूट तय किए हैं। इनमें गतिमान एक्सप्रेस की ऑपरेशनल स्‍पीड 2022 तक सबसे ज्‍यादा है। सुपरफास्ट ट्रेन के कुछ सेक्शन 160 किमी/घंटा तक पहुंचते हैं। यह भारत की सबसे तेज ट्रेन में से एक है। जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस 180 किमी/घंटा की गति के साथ भारत की सबसे तेज ट्रेन में शामिल है।

भारत की फास्‍टेस्‍ट ट्रेन में सबसे पहला नाम वंदे भारत एक्सप्रेस का है। इसे केवल 160 किमी/घंटा की स्‍पीड से संचालित करने के लिए ही डिजाइन किया गया है। ऐसा सुरक्षा कारणों को देखते हुए किया है। हालांकि, सुपरफास्ट ट्रेन की टॉप स्पीड 180 किमी/घंटा है। बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस हमारे देश की सबसे तेज बिना ड्राइवर के चलने वाली ट्रेन है।इस ट्रेन से यात्रा करके आप अपनी यात्रा के 4-5 घंटे आराम से बचा सकते हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि वंदे भारत एक्सप्रेस को ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन ट्रेनों को 2018 तक तैयार करने की योजना थी। इसलिए इन्हें ‘ट्रेन-2018’ और बाद में ‘ट्रेन 18’ नाम दिया गया।

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