Salary Account : लोन से लेकर चार्ज तक सैलरी अकाउंट वालों को मिलते हैं ये 5 बड़े फायदे, अधिकत्तर लोगों को नहीं होती जानकारी
सैलरी अकाउंट सामान्य सेविंग्स अकाउंट से थोड़ा अलग होता है। सैलरी अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें जिसमें हर महीने आपकी सैलरी क्रेडिट होती है और यह कंपनी के द्वारा ओपन किया जाता है। सैलरी अकाउंट से कई सारे फायदे एंप्लॉय को मिलते हैं। चलिए जानते हैं इन सभी फायदों के बारे में।
लोन की सुविधा
सैलरी अकाउंट पर पर्सनल लोन लेना आसान होता है क्योंकि इस तरह के लोन के साथ बैंक को रिस्क का खतरा कम रहता है। सैलरी अकाउंट और स्टेटमेंट आपकी सैलरी का प्रामाणिक डॉक्यूमेंट होता है। इसके लिए डॉक्यूमेंट्स के वेरिफिकेशन का काम भी आसानी से हो जाता है और आपको आसानी से लोन भी बैंक दे देता है।
लॉकर चार्ज पर छूट
कई प्राइवेट बैंक सैलरी अकाउंट पर लॉकर चार्ज में छूट देते हैं। उदाहरण के तौर पर एसबीआई के सैलरी अकाउंट पर लॉकर चार्ज में 25 फीसदी तक की छूट मिलती है लेकिन अगर आपके सैलरी अकाउंट में काफी समय से सैलरी क्रेडिट नहीं हुई है तो ऐसे में, आपके बैंक अकाउंट को नॉर्मल सेविंग्स अकाउंट की तरह ही जारी रखा जाता है। सिर्फ यही नहीं, फ्री एटीएम ट्रांजैक्शन की सुविधा भी कई सैलरी अकाउंट वाले बैंक देते हैं। जैसे आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक आदि।
ये सुविधाएं भी मिलती हैं
आपके सैलरी अकाउंट पर आपको फ्री में चेक बुक, पासबुक, नेट बैंकिंग की सुविधा फ्री में मिलती है। इसके अलावा तीन महीने तक अगर आपके सैलरी अकाउंट में जीरो बैलेंस है, तो बैंक किसी तरह का जुर्माना आपसे नहीं लेता है। वहीं, सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है वरना चार्ज भरना पड़ता है।
ये सभी सुविधाएं आपको सैलरी अकाउंट पर मिलती हैं। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।