शिलाजीत को फेल करती है ये ‘शक्तिवर्धक’ चाय, पीते थे रजवाड़े, फिर संभालते थे सैंकड़ों रानियां, इस चीज से होती है तैयार
पहले के जमाने में लोग ज्यादा साल तक जिंदा रहते थे. इसकी कई वजह थी. जहां पहले प्रदूषण कम था, वहीं पहले के समय में लोगों का खानपान काफी जबरदस्त हुआ करता था. लोग शुद्ध चीजें खाया करते थे. आज के समय में हर चीज में मिलावट देखने को मिल रही है. लोगों के खानपान में जंक फ़ूड की मात्रा काफी बढ़ गई है. इस वजह से लोगों को हेल्थ से जुड़ी कई समस्याएं झेलनी पड़ रही है.
बीते कुछ समय से कम उम्र में ही लोगों को कई जानलेवा बीमारियां घेरती नजर आ रही हैं. पहले जहां डायबिटीज, बीपी की समस्या एक उम्र के बाद लोगों में देखने को मिलती थी, वहीं अब कम उम्र में ही ये सारी बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं. सोशल मीडिया पर एक महिला ने लोगों के साथ पहले के ज़माने में बनाई जाने वाली चमत्कारी चाय की रेसिपी शेयर की. उसने बताया कि इस चाय को पिकर पहले के राजा-महाराजा एक साथ सौ-सौ रानियां संभाल लेते थे.
दूध से नहीं बनती ये चाय
सोशल मीडिया पर ये स्पेशल चाय चर्चा का विषय बना हुआ है. महिला ने बताया कि ये स्पेशल चाय दूध से नहीं, बल्कि रागी से बनाई जाती है. जी हां, रागी की ये चाय सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है. इसे पीने के कमजोरी लोगों के आसपास भी नहीं फटकती. महिला ने बताया कि पहले के जमाने में राजा-महाराजा इसी चाय को पीते थे. तब ही तो वो आराम से पचास से सौ रानियां संभाल लेते थे.
लगता है घी का तड़का
इस चाय को रागी से बनाया जाता है. वैज्ञानिक भी इस बात को मान चुके हैं कि रागी में कई चमत्कारी गुण मौजूद होते हैं. रागी का सेवन कई तरह की कमजोरियां भगाता है और लोगों को स्वस्थ रखता है. इस चाय में आखिर में गाय के दूध से बने घी को मिलाया जाता है. आज के समय में इस चाय की रेसिपी गायब होती जा रही है. लेकिन पहाड़ों पर कुछ लोग आज भी इसका सेवन करते हैं.